Success Story: पिता किसान-मां आंगनबाडी; बेटे ने मेहनत से पाया PCS में दसवां स्थान, ऐसी है कामयाबी की कहानी
PCS Madhav Upadhayay Success Story UP News Kasganj आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के बेटे माधव उपाध्याय ने असफल होने पर भी पीछे मुड़कर नहीं देखा। अपने चौथे प्रयास में उन्होंने दसवीं रैंक प्राप्त की है। अपनी सफलता के पीछे वे अपने माता-पिता और भाई को इसका पूरा श्रेय देते हैं। तीन बार उन्होंने पीसीएस की परीक्षा दी थी लेकिन अच्छी रैंक नहीं मिली थी।
जागरण संवाददाता, कासगंज। किसान मां और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के बेटे माधव उपाध्याय ने अपनी मेहनत से एक बार फिर साबित कर दिया कि अगर लगन सच्ची हो तो कोई भी लक्ष्य मुश्किल नहीं है। उन्होंने बिना कोचिंग के यूपीपीसीएस की सम्मिलित राजय/प्रवर अधीनस्थ परीक्षा में दसवीं रैंक हासिल की है। उन्हें यह सफलता अपने चौथे प्रयास में मिली है।
माधव उपाध्याय सिढ़पुरा क्षेत्र के गांव कलानी, सिकहरा के रहने वाले हैं। वह पिछले चार वर्ष से लगातार यूपीपीसीएस की परीक्षा दे रहे थे। हर असफलता से सबक लेकर वह सफलता के लिए तैयारी करते रहे। जागरण से फोन पर हुई बातचीत में उन्होंने बताया कि उनकी कामयाबी का राज लगन है। उन्हें तीन बार असफलता मिली, मगर हार नहीं मानी। वह अपनी कामयाबी का श्रेय अपने माता-पिता और भाई को देते हैं।
एटा नवोदय से इंटरमीडिएट किया
उन्होंने विषम परिस्थितियों में भी उनके लिए पढ़ाई के संसाधन उपलब्ध कराए। उन्होंने बताया कि रिजल्ट की उन्हें अभी जानकारी मिली है। अभी वह प्रयागराज में हैं। माधव उपाध्याय ने वर्ष 2012 में हाईस्कूल और 2014 में इंटरमीडिएट नवोदय विद्यालय एटा से किया है।
वर्तमान में वह सहायक समीक्षा अधिकारी के रूप में प्रयागराज में तैनात हैं। बड़े भाई मोहित उपाध्याय की सिढ़पुरा में इलेक्ट्रानिक्स सामान की दुकान है। दो बहनों की शादी हो चुकी है। माधव की उपलब्धि पर मां-पिता के साथ सभी स्वजन और गांव के लोग खुश हैं।