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Kasganj News: बढ़ने लगा है गंगा का जलस्तर, बढ़ गया है बाढ़ का खतरा; ग्रामीणों ने कर ली है पलायन की तैयारी

Kasganj News उत्तर प्रदेश के कासगंज में गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। पहाड़ों से छोड़े जा रहे पानी की वजह से कासगंज में गंगा एक बार फिर उच्चतम बाढ़ की ओर बढ़ चली है। तटवर्ती साठ गांव उसकी धार से पहले ही घिरे हुए हैं। अब दो दर्जन में आबादी की ओर भी पानी प्रवेश कर गया है। ग्रामीणों में डर का माहौल है।

By Jagran NewsEdited By: Swati SinghUpdated: Tue, 01 Aug 2023 08:30 AM (IST)
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बढ़ने लगा है गंगा का जलस्तर, बढ़ गया है बाढ़ का खतरा; ग्रामीणों ने कर ली है पलायन की तैयारी

कासगंज, जागरण संवाददाता। उत्तर प्रदेश में मौसम लगातार बदल रहा है। कहीं आसमान में बादल छाए हैं तो कहीं तेज धूप के बीच उमस और गर्मी का प्रकोप है। गर्मी बारिश और उमस के बीच नदियों का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है। कासगंज में गंगा एक बार फिर उच्चतम बाढ़ की ओर बढ़ चली है। तटवर्ती साठ गांव उसकी धार से पहले ही घिरे हुए हैं। अब दो दर्जन में आबादी की ओर भी पानी प्रवेश कर गया है।

गंगा का जलस्तर बढ़ने के कारण गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। यह देखकर ग्रामीण सहम उठे हैं और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने की योजना बना रहे हैं। उनकी निगाह प्रशासन की ओर भी टिकी हैं। गंगा का जलस्तर शनिवार और रविवार 163.85 मीटर पर स्थिर रहा था, मगर सोमवार को इसमें पांच सेमी की वृद्धि हो गई। जलस्तर 163.95 मीटर पर पहुंच गया। उच्चतम बाढ़ का मापक 164 मीटर है। जलस्तर अब इससे पांच सेमी ही नीचे है।

गंगा में लगातार छोड़ा जा रहा है पानी

सोमवार को हरिद्वार बैराज से 84,369 क्यूसेक, बिजनौर से 1,11,553 क्यूसेक और नरौरा से 1,55,238 पानी गंगा में छोड़ा गया। यही पानी यहां आकर उछाल ले गया। तटवर्ती साठ गांवों को गंगा की धार पहले से घेरे खड़ी थी, सोमवार को इन्हीं में से दो दर्जन गांवों में आबादी की ओर पानी का रुख हो गया। यह देखकर इन गांवों के ग्रामीण सकते में आ गए। किनारे की आबादी ने अपना सामान समेट लिया और ऊंचाई पर पहुंच गए।

ग्रामीणों ने कर ली है पलायन की तैयारी

ग्रामीणों का कहना है कि पानी और बढ़ा तो वह उनके घरों तक प्रवेश कर सकता है। ऐसे में उन्होंने गांव से पलायन की तैयारी कर ली है। फिलहाल वह स्थिति देख रहे हैं, सामान पैक है। हालात बिगड़ते ही वह राहत शिविरों में पहुंच जाएंगे।

उधर, सिंचाई विभाग के अधिकारियों का मानना है कि पहाड़ों पर आगामी दो दिन तक और वर्षा का अलर्ट है। ऐसे में दो दिन और गंगा में पानी बढ़ने की संभावना है। इसके बाद हो सकता है पानी सिमटने लगे। सिंचाई विभाग के आधिकारी आगामी दो दिन में भी खतरनाक स्थिति होने की संभावना से इनकार कर रहे हैं।

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