UP CM Yogi Adityanath: कासगंज में सीएम योगी आदित्यनाथ ने समझा बाढ़ पीड़ितों का दर्द, खाद्य सामग्री बांटी
Kasganj News बरौना गांव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री का वितरण किया। सोमवार को गांव में पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों को सरकार हर संभव सहयोग करेगी। अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि सभी प्रकार की मदद की जाए। वहीं गंगा का जलस्तर कम होने पर वहां का सर्वे किया जाए।
By Jagran NewsEdited By: Abhishek SaxenaUpdated: Mon, 28 Aug 2023 02:03 PM (IST)
कासगंज, जागरण संवाददाता। डेढ़ महीने से गंगा में बाढ़ का दंश झेल रहे तटवर्ती गांवों का दर्द जानने सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कासगंज जिला पहुंचे। सीएम ने बरौना में इसी साल करीब साढ़े पांच करोड़ रुपये से बनाए गए स्टडों के साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया। इसी के साथ राहत सामग्री भी बांटी। बरौना में कुल 19 स्टड बनाए गए थे, जिनमें से गंगा की धार छह को क्षतिग्रस्त कर चुकी है।
मुख्यमंत्री ने बाद पीड़ितों को बांटी खाद्य सामग्री
सीएम योगी आदित्यनाथ ने गांव बरौना पहुंच कर बनाए गए पंडाल में बाढ़ पीड़ितों को खाद्य सामग्री का वितरण किया। उन्होंने बच्चों से बात करते हुए चॉकलेट दी। मुख्यमंत्री ने बाढ़ से फसलों को हुए नुकसान का जल्द आकलन कर मुआवजा दिलाए जाने की बात कही। वहीं जिन लोगों के मकान गंगा कटान में चले गए हैं उन्हें प्रधानमंत्री आवास देने की बात कही। सर्प दंश से मरने वाले को 4 लाख की आर्थिक सहायता देने की बात की। वहीं सिंचाई विभाग को नवंबर में गंगा का जलस्तर कम होते ही गांव का सर्वे कर नदी को चैनेलाइज कर गांव को सुरक्षा के लिए रोडमैप तैयार करने को कहा है, ताकि गांव को बाद से बचाया जा सके।
गंगा ने क्षतिग्रस्त किए जियो ट्यूब
जियो ट्यूब के बारे में तर्क दिए गए थे कि यह विशेष प्रकार के कपड़े से बने हैं। यह पकड़ा न फटेगा, न गलेगा और न ही सड़ेगा। मगर, गंगा के उग्र होते ही एक-एक कर छह स्टड क्षतिग्रस्त हो गए और सिंचाई विभाग के दावों की पोल खुल गई। डेढ़ माह के अंतराल में गंगा की धार ने सात बार गांव की ओर कटान किया। एक बार तो स्थिति यहां तक आ गई कि प्रशासन को गांव खाली करने के लिए मुनादी करानी पड़ी। यही सब हालात देखने-समझने और ग्रामीणों की पीड़ा सुनने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को बरौना पहुंच रहे हैं। वह गांव में करीब आधा घंटा रुककर जहां ग्रामीणों से रूबरू होंगे, वहीं उन्हें राहत सामग्री भी बांटेंगे।आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।