Rashmi Singh kasganj: कासगंज की रश्मि सिंह पहले प्रयास में बनीं जज, PCS J में हासिल की तीसरी रैंक
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने वर्ष 2022 की उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा सिविल जज (जूनियर डिवीजन) परीक्षा का अंतिम चयन परिणाम बुधवार को घोषित कर दिया। 303 पदों के लिए कराई गई इस परीक्षा में 302 अभ्यर्थियों का चयन किया गया है। एक रिक्ति का परिणाम सुप्रीम कोर्ट में विचारधीन होने के कारण घोषित नहीं किया गया। सफल अभ्यर्थियों में 165 महिला हैं।
कासगंज, संवाद सहयोगी। PCS J 2022 Result: छोटे कस्बों के युवा भी अब बड़ी छलांग लगा रहे हैं। सहावर गेट स्थित नई हवेली की रहने वाली मध्यमवर्गीय परिवार की रश्मि सिंह ने पहले ही प्रयास में पीसीएस (जे) में सफलता पाई है। यही नहीं, वह टॉप 10 में भी तीसरे नंबर पर रही हैं। हाईस्कूल व इंटरमीडिएट में टापर रहीं रश्मि ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) से एलएलबी की है।
रश्मि सिंह के पिता नरेंद्र कुमार व्यापारी हैं। उनकी सहावर गेट पर ही इलेक्ट्रॉनिक सामानों की दुकान है। रश्मि ने द्रौपदी देवी जाजू सरस्वती बालिका इंटर कॉलेज से 2012 में हाईस्कूल किया था और विद्यालय में तीसरे स्थान पर रहीं। इंटरमीडिएट 2014 में इसी विद्यालय से किया और टॉपर रहीं।
पिता की प्रेरणा से उन्होंने एएमयू से एलएलबी की। इसी दौरान उन्होंने अनएकेडमी ऑनलाइन, दिल्ली से पीसीएस (जे) की तैयारी भी शुरू कर दी। रश्मि ने कहा कि उन्होंने लक्ष्य तय कर लिया था और दिन-रात पढ़ाई की। पहले ही प्रयास में वह सफल भी हो गईं। माता-पिता सहित अन्य स्वजन बेटी की सफलता पर झूम उठे। देर रात तक बधाई देने वालों का घर पर तांता लगा रहा।
अलीगढ़ की रवीना बनीं न्यायिक अधिकारी
कानून की पढ़ाई कर पिछले पांच वर्ष से न्यायिक अधिकारी बनने की तैयारी कर रहीं अलीगढ़ की रवीना का सपना न सिर्फ पूरा हुआ बल्कि, पूरे प्रदेश में अलीगढ़ का नाम रोशन भी किया है। उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा सिविल जज (जूनियर डिवीजन) परीक्षा परिणाम की टॉप-10 सूची में उनका आठवां स्थान है। उनका लक्ष्य हाई कोर्ट में न्यायाधीश बनने का है।
पीसीएस-जे परीक्षा में बेटियों ने लहराया परचम
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने वर्ष 2022 की उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा सिविल जज (जूनियर डिवीजन) परीक्षा का अंतिम चयन परिणाम बुधवार को घोषित कर दिया। 303 पदों के लिए कराई गई इस परीक्षा में 302 अभ्यर्थियों का चयन किया गया है। एक रिक्ति का परिणाम सुप्रीम कोर्ट में विचारधीन होने के कारण घोषित नहीं किया गया। सफल अभ्यर्थियों में 165 महिला हैं। आयोग ने यह भर्ती रिकॉर्ड साढ़े छह माह में पूरी की है।