Kasganj News: बंदर ले गया था महिला की चप्पल, ट्रेन की बोगी पर चढ़ा युवक धू-धू कर जला, तमाशा देखती रही भीड़
Kasganj News कासगंज जंक्शन रेलवे स्टेशन पर आया ओएचई लाइन की चपेट में। महिला यात्री की चप्पल ले गया था बंदर उसे लेने को चढ़ा था युवक। पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंचे स्वजन। कैंटीन में वेंडर बताया लेकिन रेलवे अधिकारियों ने किया मना।
कासगंज, जागरण टीम। कासगंज जंक्शन रेलवे स्टेशन पर ट्रेन की बोगी पर चढ़ा युवक ओएचई (ओवर हेड इक्विपमेंट) लाइन की चपेट में आ गया। वह धू-धूकर जला और उसकी मृत्यु हो गई। इस दौरान भीड़ सिर्फ तमाशा ही देखती रही, बचाव में कोई कुछ नहीं कर सका। एक महिला यात्री की बंदर चप्पल लेकर ट्रेन की बोगी पर छोड़ गया था। युवक उसे लेने ही वहां चढ़ा था।
महिला की चप्पल ले गया था बंदर
जंक्शन रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो पर गुरुवार को शाम 3:30 बजे फर्रुखाबाद जाने वाली ट्रेन संख्या 05349 का रैक लगा हुआ था। प्लेटफार्म पर बैठी एक महिला यात्री की चप्पल लेकर बंदर बोगी की छत पर चढ़ गया। वहां मौजूद रेलवे रोड स्थित आजाद नगर निवासी 24 वर्षीय अशोक कुमार पुत्र नन्नू सिंह चप्पल लेने के लिए बंदर के पीछे दौड़ा और बोगी की छत पर चढ़ गया। वह ऊपर से गुजर रही ओएचई लाइन की चपेट में आ गया और धू-धू कर जलने लगा। प्लेटफार्म पर भगदड़ मच गई। स्वजन भी मौके पर पहुंच गए। सिर्फ चीख-पुकार होती रही, जलते युवक को बचाने के कोई प्रयास किसी स्तर से होते नजर नहीं आए।
भाई बोला कैंटीन में करता था काम
जीआरपी एवं आरपीएफ ने युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। युवक के भाई संजय कुमार ने बताया कि वह प्लेटफार्म पर स्थित कैंटीन पर वेंडर का कार्य करता था, जबकि एसएम मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि युवक के पास न तो रेलवे का टिकट था और न ही वेंडर संबंधी कोई दस्तावेज।
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स्टेशन पर कार्य कर रहे अवैध वेंडर
जंक्शन रेलवे स्टेशन पर करीब दो सौ अवैध बैंडर कार्यरत हैं। इनका न तो ठेकेदार के पास कोई लेखा-जोखा है और न ही इन्हें रेलवे विभाग की ओर से स्वीकृति प्रदान की गई है। रेलवे स्टेशन पर वेंडर बड़ी संख्या में एकत्रित रहते हैं। यात्रियों से आए दिन इनके झगड़े भी होते रहते हैं। आरपीएफ एवं जीआरपी की मिलीभगत से अवैध वेंडरों का रेलवे स्टेशन पर जमावाड़ा लगा हुआ है।