Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Kaushambi: मानक पर खरा न उतरने पर टेंडर निरस्त, प्रस्तावित कामों की पहले फोटोग्राफी; नाली व रोड के लिए पास हुए थे 20 करोड़

फरवरी महीने में लगभग 20 करोड़ रुपये की लागत से 101 कामों के लिए पालिका परिषद द्वारा टेंडर कराया गया था। 13 मार्च को तकनीकी बिड खोली गई थी। टेंडर फाइनल नहीं हो सका था। जब अधिसूचना समाप्त हुई तो निविदा की जांच कराई गई। जांच में पता चला कि संबंधित तमाम फर्मों द्वारा एफडीआर नहीं लगाई गई। इसको लेकर सभासदों पालिका प्रशासन के बीच हंगामा भी चला।

By raj k. srivastava Edited By: Riya Pandey Updated: Wed, 17 Jul 2024 02:05 PM (IST)
Hero Image
पहले प्रस्तावित कामों की फोटोग्राफी फिर पास होगा टेंडर (प्रतिकात्मक फोटो)

जागरण संवाददाता, कौशांबी। राज्यवित्त से मिले लगभग 20 करोड़ रुपये से नगर पालिका परिषद क्षेत्र में नाली व सीसी रोड का निर्माण कराया जाना था। इसके लिए टेंडर निकाला गया था। मानक के मुताबिक टेंडर न पाए जाने पर उसे निरस्त कर दिया गया था।

बहरहाल, अब यह निर्णय लिया गया है कि जो भी काम प्रस्तावित किए गए थे, उसकी फोटोग्राफी कराई जाए।इससे यह भी स्पष्ट हो जाएगा कि गलत काम तो प्रस्तावित नहीं किए गए थे। उसके बाद दोबारा टेंडर निकाला जाएगा।

शासन से दी जाती है नगर पालिका परिषद की निश्चित धनराशि 

राज्यवित्त मद से हर महीने नगर पालिका परिषद का निश्चित धनराशि शासन से दी जाती है।इस धनराशि से कर्मचारियों का वेतन भुगतान भी किया जाता है। उसके बाद जो धनराशि बचती है, उसे वार्डों के विकास कार्य में खर्च किया जाता है।

अधिसूचना समाप्ति के बाद निविदा की जांच

फरवरी महीने में लगभग 20 करोड़ रुपये की लागत से 101 कामों के लिए पालिका परिषद द्वारा टेंडर कराया गया था। इसमें नाली और सीसी रोड का निर्माण कराया जाना था। 13 मार्च को तकनीकी बिड खोली गई थी और 16 को लोकसभा चुनाव के लिए अधिसूचना जारी हो गई थी। लिहाजा, टेंडर फाइनल नहीं हो सका था। जब अधिसूचना समाप्त हुई तो निविदा की जांच कराई गई।

सभी टेंडर हुए निरस्त

जांच में पता चला कि संबंधित तमाम फर्मों द्वारा एफडीआर नहीं लगाई गई। वह नियम के विपरीत टेंडर हथियाना चाहती थीं। इसको लेकर दो-तीन दिनों तक सभासदों, पालिका प्रशासन के बीच हंगामा भी चला। बहरहाल, अंत में सभी टेंडर निरस्त कर दिए गए।

एक सप्ताह में सभी कामों की फोटोग्राफी का निर्देश

अधिशासी अधिकारी प्रतिभा सिंह ने बताया कि अवर अभियंता को निर्देश दिया गया है कि वह एक सप्ताह में सभी 101 कामों की फाेटाेग्राफी कराएं। इससे यह स्पष्ट हो जाएगा कि कोई गलत काम शामिल नहीं हुए हैं। प्रस्तावित कामों का सत्यापन होने के बाद दोबारा टेंडर निकाला जाएगा।

यह भी पढ़ें- Prayagraj News: 15 अक्टूबर तक रामबाग चौराहा की ओर न जाएं तो बेहतर, यातायात रहेगा डायवर्ट; बैरिकेडिंग कार्य भी पूरा

यह भी पढ़ें- तीन गुना से अधिक गृहकर, जमीन पर कब्जा व फर्जी तरीके से खसरा… नगर निगम के जनसुनवाई कार्यक्रम में शिकायतों की भरमार