जागरण संवाददाता, कौशांबी। सैनी क्षेत्र के मधवामई गांव के समीप से कार सवार तीन बदमाशों को पुलिस ने मंगलवार रात गिरफ्तार किया। स्टांप विक्रेता से लूट में शामिल पकड़े गए बदमाशों में से एक लुटेरे की निशानदेही पर उसे लेकर पुलिस रुपये बरामद कराने भड़ेहरी गांव गई।
इस दौरान बदमाश ने पुलिस टीम पर फायर शुरू कर दिया। मुठभेड़ के दौरान बदमाश के पैर में गोली लगी। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त कार, रुपये, तमंचा व कारतूस बरामद किया है।
बुधवार को पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने प्रेस कांफ्रेंस में घटना का पर्दाफाश किया।
सिराथू कस्बा के गाजी का पूरा रोड निवासी केशव प्रसाद मालवीय मूलरूप से रामसहायपुर गांव के रहने वाले हैं। वह स्टांप वेंडर हैं और मंझनपुर तहसील में स्टांप बेचते हैं।
10 जून को वह अपने भाई सुरेंद्र के साथ बाइक से शाम को घर लौट रहे थे। करीब साढ़े पांच बजे कार सवार नकाबपोश बदमाशों ने ओवरटेक कर उनकी बाइक रोक ली और साढ़े पांच लाख रुपये से भरा बैग लूट लिया। एसपी ने घटना का अनावरण करने के लिए पुलिस की पांच टीमें गठित की।
कार से करीब दो लाख नकदी व दो तमंचा बरामद
एसपी के मुताबिक मंगलवार रात मधवामई के समीप वाहन चेकिंग के दौरान सैनी व एसओजी टीम ने एक कार को रोकने की कोशिश की, लेकिन वह भागने लगे। घेराबंदी कर कार रोकी गई। उसमें से समीर निवासी समदा (मंझनपुर), गौरव त्रिपाठी निवासी परसरा चौराहा (कोखराज) व बादल कुशवाहा निवासी कृष्णा नगर (करारी) को पकड़ा गया। उनके पास से दो तमंचा व कारतूस के अलावा एक लाख 95 हजार रुपये बरामद किया गया।
पूछने पर उन्होंने स्टांप विक्रेता से लूट कारित करना स्वीकार किया। साथ ही दो अन्य साथियों का भी नाम बताया।
पुलिस ने शेष रुपये की बरामदगी के लिए पूछताछ की तो समीर ने भड़ेहरी गांव में छिपाए जाने की बात बताई। पुलिस टीम उसे साथ लेकर भड़ेहरी गांव पहुंची। कुछ दूर बबूल के जंगल में जाकर समीर ने रुपये भरे बैग से तमंचा निकाला और फायर शुरू कर दिया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई। समीर के दाहिने पैर में गोली लगी। तमंचे को कब्जे में लिया और बैग से एक लाख 74 हजार रुपये बरामद किया। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
बुधवार को पर्दाफाश के बाद पुलिस ने अभियुक्त बादल व गौरव को न्यायालय में पेश कर जेल भेजवाया। जबकि समीर का इलाज अस्पताल में चल रहा है। एसपी ने पर्दाफाश करने वाली पुलिस टीम को 25 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है।
तीन बार फेल हो चुकी थी लूट की साजिश
एसपी के मुताबिक पकड़े गए अभियुक्तों ने पुलिस को बताया कि केशव प्रसाद मालवीय की रेकी वह काफी दिन से कर रहे थे। तहसील में अक्सर उन्हें लंबी रकम गिनकर बैग में रखते देखा गया था। घटना को अंजाम देने के पहले उन्होंने तीन बार लूट का प्रयास किया था। वह चुनाव ड्यूटी में व्यस्त पुलिस का नाजायज फायदा उठाना चाहते थे, लेकिन पुलिस की वाहन चेकिंग और सूनसान स्थान मिलने के कारण प्लानिंग फेल हो जा रही थी।
बाद में बदमाशों ने सोचा कि चेकिंग के दौरान पुलिस अक्सर बाइक सवारों को रोकती है। लिहाजा गौरव ने अपनी मारुति कार को घटना अंजाम देने के लिए प्रयोग किया। वह 10 जून को इस योजना में सफल भी रहे, लेकिन घटनास्थल के आसपास सीसीटीवी फुटेज में उनकी गतिविधि ने फंसा दिया।
महिला से हुई लूट में भी बदमाश थे शामिल
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पकड़े गए तीनों आरोपितों से जब पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि मंझनपुर स्थित बैंक शाखा से रुपये निकाल कर अपने गांव कैनी एक महिला 30 जून को जा रही थी। मंझनपुर से ही तीनों बदमाशों ने उसका पीछा शुरू कर दिया। कैनी मोड़ पर महिला ई-रिक्शा से जैसे ही नीचे उतरकर अपने घर जाने लगी तभी 49 हजार रुपये से भरा बैग लूटकर वह फरार हो गए। अज्ञात के खिलाफ मंझनपुर कोतवाली में केस दर्ज किया गया था।
वेब सीरीज में शूटिंग करता था गौरव, मुंशी था बादल
पकड़े गए बदमाशों में शामिल गौरव त्रिपाठी से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह बीए अंतिम वर्ष की पढ़ाई करता है। इसके अलावा वह भोजपुरी वेब सीरीज में शूटिंग भी करता है। कई वेब सीरीज में उसने हीरो व विलेन का भी रोल किया। वहीं, बादल कुशवाहा पीड़ित स्टांप विक्रेता की सीट से कुछ दूर पर एक अधिवक्ता का मुंशी था।
दोनों ने बताया कि रुपये कमाने की चाहत में उन्होंने शार्टकट तरीका अपना लिया। हालांकि, उनके खिलाफ स्टांप वेंडर व महिला से लूटपाट के अलावा अन्य कोई आपराधिक इतिहास नहीं मिला है। वहीं एसपी ने बताया कि गोली लगने से घायल हुए समीर के खिलाफ मारपीट, रंगदारी, जानलेवा हमले, छेड़खानी संबंधी मंझनपुर कोतवाली में कुल चार मुकदमे पहले से पंजीकृत हैं।