World Heart Day 2023: दिल की सेहत के लिए धूम्रपान और अल्कोहल से दूरी जरूरी, हृदय रोग का बढ़ा खतरा
हृदय शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है। गर्भ में भ्रूण स्थापित होने के चार सप्ताह बाद हृदय काम करना शुरू कर देता है और पूरे जीवन काल तक बिना रुके धड़कता है। मानव हृदय एक दिन में करीब एक लाख बार धड़कता है। औसतन एक वयस्क व्यक्ति की मुट्ठी के बराबर 298 ग्राम वजन वाला यह मानव अंग हर दिन लगभग 2000 गैलन रक्त पंप करता है।
By Siddharth ChaurasiyaEdited By: Siddharth ChaurasiyaUpdated: Fri, 29 Sep 2023 07:46 PM (IST)
जागरण संवाददाता, महेवाघाट (कौशांबी)। हृदय शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है। गर्भ में भ्रूण स्थापित होने के चार सप्ताह बाद हृदय काम करना शुरू कर देता है और पूरे जीवन काल तक बिना रुके धड़कता है। मानव हृदय एक दिन में करीब एक लाख बार धड़कता है। औसतन एक वयस्क व्यक्ति की मुट्ठी के बराबर और लगभग 298 ग्राम वजन वाला यह मानव अंग हर दिन लगभग 2000 गैलन रक्त पंप करता है। हृदय का प्रमुख काम है धमनियों के माध्यम से ऑक्सीजन और पोषक तत्वों से भरपूर रक्त को ऊतकों और शरीर के अन्य हिस्सों तक पहुंचाना।
हृदय को शरीर की सबसे कठिन काम करने वाली मांसपेशी माना जाता है। हमारे लिए 24 घंटे काम करने वाले हृदय की सेहत को हमारी खराब खाने पीने की आदतें और अस्वस्थ जीवन शैली खतरा पैदा कर रही हैं। हृदय रोग विशेषज्ञ (कार्डियोलॉजिस्ट) डॉक्टर दीपक सेठ के मुताबिक, देश में करीब 23 फीसदी लोगों की मौत हार्ट अटैक से हो जाती है। खराब आदतों में सुधार करके और स्वस्थ जीवन शैली अपना कर हृदय को सेहतमंद रखा जा सकता है।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के पद से सेवानिवृत हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ दीपक सेठ ने विश्व हृदय दिवस के अवसर पर हृदय रोगों के कारण और बचाव के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हृदय की सेहत को लेकर लोगों में जागरूकता की कमी है। एम्स और आईसीएम आर द्वारा कराए गए शोध के अनुसार, 30 वर्ष से कम उम्र के लोगों में हृदय रोगों का खतरा सबसे तेजी से बढ़ रहा है। बीते 30 वर्षों में हृदय रोगों में 50 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
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हृदय रोग के प्रकार
हार्ट अटैक, हार्ट फेल्योर, एंजाइना, कोरोनरी धमनी की बीमारी, अनियमित दिल की धड़कन, हार्ट वाल्व डिजीज, दिल में छेद, रूमेटिक हार्ट डिजीज, आदि हृदय रोग तेजी से बढ़ रहे हैं। जानकारी के अभाव में लोग काफी दिनों तक कार्डियोलॉजिस्ट के पास नहीं पहुंच पाते हैं।हृदय रोग के लक्षण
हृदय के सभी रोगों में कुछ सामान लक्षण दिखाई देते हैं। छाती में दबाव या भारीपन, थकान और कमजोरी, सांस फूलना, शरीर के ऊपरी हिस्से जैसे हाथों जबड़े गार्डन आदि में बार-बार दर्द होना, चक्कर और पसीना आना, मिताली और धड़कन में तेजी से वृद्धि के लक्षण हृदय रोग होने पर सभी या एक से अधिक समान लक्षण दिखाई देते हैं।
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