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नेपाली सिम खोलेगी नकली नोट मामले का रहस्य, पुलिस तलाश रही लोकेशन

कुशीनगर नकली नोट मामले में एक नया मोड़ सामने आया है। पकड़े गए तस्करों के पास से मिले नेपाली सिम कार्ड का भारत में इस्तेमाल होने की पुष्टि हुई है। पिछले 72 घंटों में इन नंबरों से 10 से अधिक बार फोन किया गया है। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि इन नंबरों पर बात करने वाले लोग कौन हैं और उनकी क्या भूमिका है।

By Jagran News Edited By: Vivek Shukla Updated: Tue, 24 Sep 2024 09:44 PM (IST)
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तस्करों के पास से मिले हैं नेपाली सिमकार्ड। जागरण

 जागरण संवाददाता, पडरौना। नकली नोट के साथ पकड़े गए तस्करों के पास से मिले नेपाली सिमकार्ड का भारत में उपयोग होने की पुष्टि हुई है। सिर्फ पिछले 72 घंटे में इन नंबरों से 10 से अधिक बार फोन हुआ है। जिन नंबरों पर बात हुई है ये लोग कौन हैं और इनकी क्या भूमिका है, पुलिस अब यह पता करने में लग गई है।

माना जा रहा कि तस्करों का नेटवर्क बिहार से लेकर नेपाल तक फैला हुआ था। पकड़े गए तस्करों में औरंगजेब उर्फ लादेन की फोटो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रही है। फोटो में वह नेपाल के अलग-अलग जगहों पर नजर आ रहा। गिरोह के कई अन्य सदस्यों के भी नेपाल जाने-आने के बारे में पुलिस को पता चला है।

नेपाल में तस्करों के संपर्क में रहने वाले लोग कौन हैं, वे क्या करते हैं और उनकी आर्थिक स्थिति कैसी है, जांच में इसे भी शामिल किया गया है। पुलिस अपने स्रोतों से इस बात की भी छानबीन कर रही है। पुलिस का मानना है कि नकली नोटों का धंधा बिहार से शुरू होकर यूपी-बिहार के सीमावर्ती इलाकों के साथ-साथ नेपाल तक फैला था।

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बरामद नेपाली करेंसी व सिमकार्ड इसके सबूत हैं। नेपाली सिमकार्ड से पिछले 72 घंटे में 11 बार बात होने की पुष्टि भी इस ओर इशारा कर रही है। तस्करों ने नेपाली सिमकार्ड से कहां-कहां बात की है, और ये लोग कौन हैं, पुलिस यह जानने में जुट गई है।

जांच में यह बात भी सामने आई है कि गिरोह के सदस्यों की संख्या 10 से अधिक है। जिनके जिम्मे नकली नोट लाने से लेकर खपाने तक की अलग-अलग जिम्मेदारी थी। एसपी संतोष कुमार मिश्रा ने बताया कि जांच जारी है। इसमें अभी कई और लोग पकड़े जाएंगे।

तस्करों से मिली जानकारी के आधार पर जल्द ही पुलिस नकली नोटों के सरगना से लेकर इसमें शामिल दूसरे सदस्यों को भी गिरफ्तार कर जेल भेजेगी।

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जांच के लिए नेपाल जा सकती है टीम

तस्करों के नेपाली कनेक्शन सामने आने के बाद जांच के लिए एक टीम नेपाल भेजी जा सकती है। पुलिस अधीक्षक का कहना है कि गिरोह से जुड़ी कई जानकारियां सामने आईं हैं। तस्करों का नेपाल कनेक्शन भी सामने आया है। जांच के लिए जल्द ही टीम नेपाल जा सकती है।