खुशखबरी: अब कुशीनगर के सभी मंदिरों के पुजारियों को मिलेगा मानदेय, प्रस्ताव पर लगी मोहर
पडरौना नगरपालिका ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए क्षेत्र के सभी मंदिरों के पुजारियों को मानदेय देने की घोषणा की है। प्रत्येक पुजारी को 1500 रुपये प्रतिमाह दिए जाएंगे। इस पहल के पीछे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा है जिन्होंने मंदिरों के पुजारियों के कल्याण के लिए कई कदम उठाए हैं। पडरौना नगरपालिका का यह कदम प्रदेश की पहली ऐसी पहल है जिससे पुजारियों को आर्थिक सहायता मिलेगी।
अजय कुमार शुक्ल, जागरण संवाददाता, कुशीनगर। रामनवमी के दिन शुक्रवार को पडरौना नगरपालिका ने ऐतिहासिक कदम उठाया और क्षेत्र के सभी मंदिरों के पुजारियों को मानदेय देने की घोषणा की। मानदेय के रूप में प्रत्येक पुजारी को 1500 रुपये दिए जाएंगे।
इस पर नगरपालिका को प्रतिमाह डेढ़ लाख से अधिक खर्च करना होगा। इसको लेकर बजट हेतु प्रस्ताव भी पारित कर दिया गया है। सभी आयु वर्ग के पुजारियों को यह सुविधा मिलेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अभी कुछ दिन पूर्व मंदिरों के 60 वर्ष के ऊपर के पुजारियों-पुरोहितों को मानदेय व खाद्यान्न देने की बात कही थी, हालांकि अभी वह लागू नहीं हो सका है।
योगी सरकार के मंदिरों के पुजारियों-पुरोहितों के हित की सोच को देखते हुए ही नगर पालिका पडरौना ने यह कदम उठाया है। दावा है कि प्रदेश की यह पहली नगरपालिका है जहां, यह व्यवस्था लागू की गई है।
मुख्यमंत्री योगी ने 60 वर्ष से ऊपर के पुजारी-पुरोहितों को यह सुविधा देने की बात कही तो नगरपालिका ने सभी आयु वर्ग पुजारियों को मानदेय देने का प्रविधान किया है। यह सुविधा दीपावली से पूर्व ही मिलने लगेगी, इस पर मुहर लग गई है।
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मुख्यमंत्री की प्रेरणा से उठाया कदम : नगरपालिका अध्यक्ष
नगरपालिका अध्यक्ष विनय जायसवाल ने बताया कि यह कदम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा से उठाया गया है। कोरोनाकाल में मंदिरों के पुजारियों-पुरोहितों के सामने धन की गंभीर समस्या देखने को मिली थी। सरकार भी इसको लेकर काफी संजीदा है। मानदेय के बाद अन्य सुविधाओं को लेकर भी नपा कदम उठाएगी, ताकि भगवान की सेवा करने वाले पुजारी-पुरोहितों के सामने कोई समस्या न रहे।
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