सैलानी असमंजस में थाना है या पार्क? विपश्यना पार्क द्वार पर पर्यटन पुलिस ने लगाया अपना बोर्ड, खतरे में अस्तित्व
कुशीनगर के बौद्ध विपश्यना पार्क के मुख्य प्रवेश द्वार पर पर्यटन पुलिस ने अपना बोर्ड लगा दिया है जिससे पर्यटकों को भ्रम हो रहा है। पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों ने इस कदम को अनुचित बताते हुए बोर्ड हटाने की मांग की है। पर्यटन विभाग के स्थानीय अधिकारियों ने पुलिस व पर्यटन विभाग के उच्चाधिकारियों को पत्र लिखने की बात कही है।
जागरण संवाददाता, बुद्धनगरी। विश्व बैंक सहायतित प्रो पुअर टूरिज्म डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत अंतरराष्ट्रीय पर्यटक केंद्र कुशीनगर में बने बौद्ध विपश्यना पार्क के मुख्य प्रवेश द्वार पर पर्यटन पुलिस ने अपना बोर्ड लगा दिया है, जिससे बौद्ध स्थापत्य कला में निर्मित इस भव्य द्वार की खूबसूरती ढंक गई है।
पर्यटकों को यह भ्रम होने लगा है कि अंदर बौद्ध विपश्यना पार्क है या पर्यटन पुलिस का कार्यालय। जबकि हकीकत में बौद्ध विपश्यना पार्क के भीतर स्थित एक भवन में अस्थाई रूप से पर्यटन पुलिस थाना खोला गया है। मुख्य द्वार लगा पुलिस का बोर्ड बौद्ध विपश्यना पार्क के अस्तित्व पर खतरा लग रहा है। पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों ने इस कदम को अनुचित बताते हुए बोर्ड हटाने की मांग की है।
उचित देखरेख के अभाव में खराब स्थिति में पहुंचा पार्क
पर्यटन विभाग के स्थानीय अधिकारियों ने पुलिस व पर्यटन विभाग के उच्चाधिकारियों को पत्र लिखने की बात कही है। 1990 में जापान सरकार के आर्थिक सहयोग व ओवरसीज इकोनॉमिक कांटिनेंटल फंड (ओईसीएफ) के तहत 15 एकड़ क्षेत्रफल में बौद्ध विपश्यना पार्क का निर्माण किया गया था। पर्यटक पार्क में ध्यान, प्राणायाम, विपश्यना, साधना, जॉगिंग करते थे। समुचित देखरेख व संरक्षण के अभाव में पार्क की दशा जीर्णशीर्ण हो गई।2013 में 13 एकड़ क्षेत्रफल में स्थित इस पार्क के पुनरुद्धार के लिए विश्व बैंक के तहत योजना बनाई गई। 2022 में पार्क में पर्यटकों की विपश्यना के लिए के लिए मेडिटेशन प्लेटफार्म सरोवर, पेयजल, प्रसाधन, फौव्वारा, पाथ-वे, कैफेटेरिया, स्थानीय पशु-पक्षियों को आश्रय देने के स्थल बनाए जाने के कार्य शुरू किए गए। योजना के अंतर्गत आकर्षक मुख्य द्वार बनाया गया।
थानाध्यक्ष ने गेट से बोर्ड हटाने की कही बात
थानाध्यक्ष पर्यटन पुलिस बबलू कुमार सोनकर ने बताया कि उपवन में विपश्यना अभी प्रारंभ नहीं हुआ है। थाना भी दूसरी जगह बनने वाला है। विपश्यना प्रारंभ होते ही गेट से बोर्ड हटा लिया जाएगा। पर्यटक सूचना अधिकारी प्राण रंजन ने विभाग व पुलिस के उच्चाधिकारियों को पत्र लिखने की बात कही है।यह भी पढ़ें- बहराइच हिंसा में मारे गए राम गोपाल के परिवार से मिले सीएम योगी, पत्नी की मांग- खून का बदला खून
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