प्रशिक्षित पशु मित्र स्वरोजगार कर बनेंगे स्वावलंबी
लखीमपुर: बेरोजगारों को पशुपालन विभाग प्रशिक्षण देकर पशु मित्र बनाएगा। यह प्रशिक्षित पशु मित्र अपनी न
By Edited By: Updated: Thu, 04 Aug 2016 09:31 PM (IST)
लखीमपुर: बेरोजगारों को पशुपालन विभाग प्रशिक्षण देकर पशु मित्र बनाएगा। यह प्रशिक्षित पशु मित्र अपनी न्याय पंचायत क्षेत्र में पशुओं का इलाज कर रोजगार कर सकेंगे। भारत सरकार की नेशनल प्रोग्राम फार बोवाईन ब्री¨डग योजना के तहत जिले में मल्टीपर्पज एआई टेक्नीशियन इन रूरल इंडिया (पशु मित्र) बनाए जाने हैं। स्वस्थ एवं कार्य करने के योग्य बेरोजगार युवक जो पशुपालक के द्वार पर पहुंचकर सेवा कर सकें ऐसे बेरोजगार युवकों को प्रशिक्षण देकर पशुपालन विभाग स्वावलंबी बनाएगा। आवेदक को दुपहिया वाहन चलाना आता हो। यह योजना पूर्णत: स्वरोजगार के लिए है। चयन के बाद लाभार्थी को इस आशय का शपथ पत्र भी देना होगा कि वह एक स्वरोजगारी के रूप में कार्य करेगा।
कौन युवक होंगे पात्र आवेदक हाईस्कूल जीव विज्ञान से उत्तीर्ण हो। इंटर जीव विज्ञान के आवेदकों को वरीयता दी जाएगी। कृत्रिम गर्भादान के प्रशिक्षण प्रमाण पत्र धारकों को चयन में वरीयता दी जाएगी। इसमें अनुसूचित जाति के 16.7 फीसदी और अनुसूचित जनजाति के आठ फीसदी अभ्यर्थी चयनित किए जाएंगे। जिन न्याय पंचायतों में पैरावेट नहीं हैं उसके अभ्यर्थी या उस न्याय पंचायत के अभ्यर्थियों को वरीयता दी जाएगी। चयनित लाभार्थियों को मिलेगा व्यवहारिक प्रशिक्षण
पशु मित्र के चयन के लिए पशु पालन विभाग में आवेदन छह अगस्त तक मांगे गए हैं। आवेदकों को राजकीय चिकित्साधिकारी द्वारा प्रदत्त स्वास्थ्य प्रमाण पत्र भी देना होगा। आवेदन संबंधित पशु चिकित्साधिकारी या उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी द्वारा अग्रसारित किया जाना अनिवार्य है। चयनित लाभार्थियों को 65 दिनों का सैद्धांतिक एंव 115 दिन का व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया जाएगा। आवेदक को सरकारी सेवा में किसी भी स्थिति म ं संविलियन का कोई अधिकार नहीं होगा। और वह इसके लिए दावा भी नहीं करेंगे। डॉ. टीके तिवारी
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी
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