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यूपी में बच्चों को प्रतिमाह मिलेंगे 2500 रुपये, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का उठा सकते हैं लाभ

देशवासियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय और राज्य सरकार कई तरह की योजनाएं चलाते हैं। इन्हीं में से एक योजना मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना है जिसे उत्तर प्रदेश सरकार चलाती है। इस योजना में अगर किसी बच्चे ने किसी भी कारणवस अपने माता-पिता को खो दिया होता है तो उसे 2500 रुपये प्रतिमाह का लाभ दिया जाता है।

By vikas sahay Edited By: Aysha Sheikh Updated: Wed, 07 Aug 2024 05:57 PM (IST)
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पढ़ता हुआ बच्चा । प्रतीकात्मक तस्वीर ।
जागरण संवाददाता, लखीमपुर। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के संचालन की जिम्मेदारी अब बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग और महिला कल्याण विभाग को मिली है। पहले इस योजना का संचालन स्वास्थ्य विभाग से होता था। योजना का लाभ पात्र महिला को पहले दो बच्चों तक मिलेगा।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को बच्चे के जन्म से 270 दिन, माहवारी की अंतिम तिथि से 570 दिन तक की अवधि में पीएमएमवीवाई पोर्टल पर लाभार्थी का पंजीकरण करना होगा। यह जानकारी बुधवार को मुख्य अतिथि जिला कार्यक्रम अधिकारी भारत प्रसाद ने प्रश्न पहर कार्यक्रम में दी।

माता पिता की मौत हो चुकी है। एक बेटा दस साल का है। इसे किस योजना का लाभ मिलेगा। - कफील अहमद, गोला।

जिला प्रोबेशन कार्यालय से संपर्क करें। मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना सामान्य का लाभ मिलेगा। इसमें बच्चे को 2500 रुपये प्रतिमाह का लाभ मिलेगा।

आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को क्या सुविधाएं मिलती हैं। - करुणा शुक्ला, मोहम्मदी, मधुरीपाल निघासन

आंगनबाड़ी केंद्रों पर तीन से छह साल के पंजीकृत बच्चों को गर्म पका पकाया भोजन की व्यवस्था की गई है। ग्राम प्रधान और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के संयुक्त खाते में दो माह की अग्रिम धनराशि भेजी जा चुकी है। मार्निंग स्नैक्स के रूप में ड्राई राशन, दाल, दलिया, तेल, फोर्टिफाइड राइस को माह में एक बार दिया जाता है। इसी प्रकार जीरो से तीन वर्ष के बच्चों को माह में एक बार यह सामग्री दी जाती है। भविष्य में राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के जिले में स्थापित नौ इकाइयों में उत्पादित सामग्री का वितरण किया जाएगा।

मेरी बेटी चार साल की है। आंगनबाड़ी केंद्रों से कोई योजना का लाभ नहीं मिला। - राबिया, धमौला मोहम्मदी

बेटी का प्रवेश आंगनबाड़ी केंद्र पर दिलाएं। बेटी को सभी योजनाओं का लाभ मिलेगा।

आंगनबाड़ी केंद्र में गरम पका हुआ भोजन की व्यवस्था है। झाड़ू, प्लास्टिक बाल्टी , तीन रजिस्टर, तौलिया, विमबार व हैंडवाश क्या उपलब्ध कराई जाएगी। - सादाब धमौला( मोहम्मदी)

पिछले वर्ष सामान खरीदने के लिए एक हजार रुपये आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सात सौ रुपये सहायिकाओं को दिए जा चुके हैं।

आंगनबाड़ी भवन पुराने और जर्जर हैं। - माधुरी पाल, चखरा, निघासन

ग्राम पंचायतों से प्रस्ताव खंड विकास अधिकारी के माध्यम से मांगे गए हैं। जिन ग्राम पंचायतों से प्रस्ताव प्राप्त हो गए हैं। वहां पर आंगनबाड़ी केंद्र का भवन बनाने के लिए बारह बारह लाख रुपये की धनराशि भेजी जा रही है। इसके अलावा कायाकल्प योजना के तहत विभागीय आंगनबाड़ी केंद्रों को बिजली, पानी, शौचालय, बाला पेंटिंग, बाल मैत्री शौचालय, रनिंग वाटर, दिव्यांग शौचालय व हैंडवाश आदि की व्यवस्था भी कराई जा रही है।

आंगनबाड़ी केंद्रों का कायाकल्प कब होगा। - तस्लीम, धमौला मोहम्मदी

जिले के 613 आंगनबाड़ी केंद्र सक्षम बनाए जाएंगे। इनमें आरओ, आडियो विजुवल डिवाइस, खेलने कूदने और पढ़ने के लिए स्पेशल सामान। रैन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम और पोषण वाटिका बनाई जाएगी। आंगनबाड़ी कायाकल्प के लिए एक एक लाख रुपये दिए जाएंगे। इसके अलावा 600 आंगनबाड़ी केंद्रों में शिक्षा विभाग ने फर्नीचर की व्यवस्था कर दी है।

शीघ्र आंगनबाड़ी केंद्रों पर मिलने वाली सुविधाओं का भी उल्लेख कराया जाएगा। जिले भर में 3,556 आंगनबाड़ी केंद्र है। इनमें से 1,100 आंगनबाड़ी केंद्र विभागीय हैं। आंगनबाड़ी केंद्रों पर बुधवार व शनिवार को टीकाकरण का कार्य किया जाता है। यदि किसी का एमसीपी कार्ड खो गया है तो वह नया बनवा सकता है। कहीं भी कार्ड की कोई कमी नहीं है।

ग्राम पंचायत में जगह-जगह जलभराव है। इसके चलते मच्छरों की भरमार हो गई है। - घनश्याम, कोल्हौरा बख्त्यारपुर पसगवां।

इसके लिए जिला पंचायत राज अधिकारी से संपर्क करें। आपकी समस्या से उन्हें अवगत भी कर दिया जाएगा।

आंगनबाड़ी का पद रिक्त है। अभी तक नई नियुक्ति नहीं हो पाई है। इस पद पर भर्ती के लिए शैक्षिक योग्यता कितनी निर्धारित है। - अमरीश, कचियानी मितौली।

आंगनबाड़ी के लिए आवेदन लिए जा चुके हैं। भर्ती की प्रक्रिया लंबित चल रही है। जल्द ही भर्ती की प्रक्रिया भी पूर्ण होगी। आवेदक को इंटर पास होना चाहिए।

गोटैयाबाग में एक छोटे से कमरे में आंगनबाड़ी केंद्र चल रहा है। बच्चों की पंजीकृत संख्या अधिक है, लेकिन केंद्र पर बच्चे नहीं आते। - शबाब खान, गोटैयाबाग।

बच्चों के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों को प्री स्कूल किट प्रदान की गई है। इसमें चाक, डस्टर,स्लेट और खिलौने आदि शामिल हैं। शहर के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों की जांच कराई जाएगी।

आंगनबाड़ी केंद्र का भवन पुराना है। - शुभम, वजीरपुर मितौली। अशोक कुमार एम ट्रस्ट पटेहरा मितौली

जिन आंगनबाड़ी केंद्र के अपने भवन हैं। उनका कायाकल्प 18 पैरामीटर पर किया जाएगा।

आंगनबाड़ी केंद्र की दूरी अधिक है। मेरे बच्चे को नजदीक के आंगनबाड़ी केंद्र में स्थानांतरित करा दिया जाए। - सोनू राज, सधवापुर नकहा।

इस संबंध में निर्देश भेज दिए जाएंगे। बच्चों का प्रवेश नजदीक के स्कूल में हो जाएगा।

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अलावा कोई अन्य योजना भी संचालित हो रही है। - गोपाल तिवारी, बहादुरनगर मोहम्मदी।

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ अब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता दिलवाएगा। कन्या सुमंगला योजना का लाभ महिला कल्याण विभाग से मिलेगा।

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