UP Flood: बाढ़ का पानी कम हुआ तो बढ़ी कटान की मार, एक घर बहा; पलायन कर रहे ग्रामीण
बाढ़ का पानी कम हुआ तो कटान की मार बढ़ गई। लखीमपुर खीरी के नया पिंड गांव में सुरजीत सिंह का पक्का मकान नदी में बह गया। कटान के डर से ग्रामीण पलायन करने लगे हैं। मोहाना नदी की बाढ़ से सैकड़ों एकड़ फसलें जलमग्न हो गई हैं और कई रास्ते बंद हो गए हैं। रघुनंदन पूरवा टांडा रननगर गंगानगर सहित कई गांवों में बाढ़ का कहर जारी है।
संवाद सूत्र, खैरटिया (लखीमपुर)। नया पिंड गांव में बाढ़ का पानी घटना शुरू हुआ तो कटान की मार तेज हो गई। शुरू हुए कटान से ग्रामीण सुरजीत सिंह का पक्का मकान नदी में बह गया। कटान के भय से ग्रामीण सामान समेट पलायन करने लगे है।
नया पिंड गांव में बाढ़ का पानी घटना शुरू हुआ तो कटान तेज हो गया। गुरुवार सुबह चार बजे तेज हुए कटान से सुरजीत सिंह का बना पक्का घर नदी में कट कर बह गया। कटान के भय से ग्रामीण सूरज सिंह, कौशल्या बाई, चन्नो बाई आदि ग्रामीण घर खाली कर पलायन करने लगे हैं।
कटान से गांववासी रज्जो देवी, हुकमी बाई, गुरमीत सिंह, चरणजीत सिंह, कमलजीत सिंह, मंगत सिंह का घर कट कर पहले ही मोहाना नदी की भेंट चढ़ चुका है। बुधवार को मोहाना नदी की बाढ़ के पानी ने नया पिंड गांव में भारी तबाही मचाई थी।
देर रात से पानी घटने के बाद कटान की मार भी तेज शुरू हो गई है। ग्रामवासी बाढ़ के साथ कटान की मार भी झेलने को विवश है। हालांकि गांव के तमाम घरों में अभी भी बाढ़ का पानी मौजूद है। पानी पूरी तरह नहीं घटा है।
पानी घटने के दौरान तेज कटान जरूर शुरू हो गया है। अपना घर कटता देख ग्रामीण अपने रिश्तेदारों के यहां या अन्य जगह पलायन कर रहा है। घर खाली कर रहे सूरज सिंह ने बताया कि उनका घर भी कटने की कगार पर है मजबूर होकर उन्हें सामान समेटकर अन्य जगह जाना पड़ रहा है।
उफनाई मोहाना, निचले इलाकों में बाढ़ का कहर
तिकुनिया : मोहाना नदी के उफनाने से निचले इलाकों में बाढ़ का कहर बना हुआ है। सैकड़ो एकड़ फसलें जलमग्न हो चुकी है तो कई रास्ते बंद हो चुके हैं। निचले इलाकों में पड़ने वाले दर्जनों घरों में भी बाढ़ का पानी घुस गया। बाढ़ के पानी ने रघुनंदन पूरवा, टांडा, रननगर, गंगानगर सहित कई गांव में कहर मचाया।