Lakhimpur News: मैलानी में गन्ने के खेत में गए युवक की बाघ के हमले से मौत, पुलिस-वन विभाग से भिड़े ग्रामीण
Tiger Attack In Mailani लखीमपुर के मैलानी रेंज में आज सुबह गन्ने के खेत में गए युवक की बाघ के हमले में मौत हो गई। युवक की मौत के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया। युवक के शव को सड़क पर रख ग्रामीणों ने जाम लगा दिया। इस दौरान पुलिस व वन विभाग के अधिकारियों के साथ ग्रामीणों की झड़प भी हुई।
संवादसूत्र, मैलानी (लखीमपुर)। बफरजोन के मैलानी रेंज की सलेमपुर बीट में गन्ने के खेत शौच करने गए युवक पर बाघ ने हमला कर दिया। गर्दन पर बाघ के जोरदार हमले से युवक की मौके पर ही मौत हो गई। घटना से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। ग्रामीण युवक का शव नहीं उठने दे रहे हैं।
घटना सुबह करीब पांच बजे से की बताई जा रही है। सलेमपुर गांव निवासी 27 वर्षीय राम मिलन का घर जंगल से करीब तीन सौ मीटर की दूरी पर है। बीच में गन्ने का खेत है। गन्ने के खेत में राम मिलन शौच के लिए गया था, इसी दौरान गन्ने में छिपे बाघ ने उसकी गर्दन पर हमला किया। बाघ इतनी तेजी से झपटा कि राम मिलन को शोर मचाने तक का मौका नहीं मिला।
बाघ का पंजा इतनी तेजी से लगा कि वह लहूलुहान हो गया। कुछ ही देर में बुरी तरह से घायल राम मिलन ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। काफी देर बाद जब परिवारजन को पता चला तो वह मौके पर पहुंचे। सुबह वन विभाग और पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों ने शव उठाने नहीं दिया।
ग्रामीण वन विभाग की अनदेखी का विरोध कर रहे थे। ग्रामीणों का कहना है कि इलाके में अक्सर वन्यजीव ग्रामीणों पर हमला करते हैं, लेकिन वन विभाग कोई उचित कदम नहीं उठा रहा है। परिवारजन और ग्रामीण वन विभाग और पुलिस को शव नहीं उठाने दे रहे हैं।
जंगल के समीपवर्ती इलाकों में गन्ने की कटाई और सर्दी आते ही वन्यजीव मानव बस्ती की ओर आना शुरू कर देते हैं | दो वर्ष इसी इलाके में पर्वतनगर निवासी शराफत अली को बाघ ने हमला करके मार डाला था। फिलहाल इलाके के ग्रामीणों में वन विभाग के प्रति आक्रोश व्याप्त है। ग्रामीण उन पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं।
यह भी पढ़ें: Lucknow News: लखनऊ में कालिंदी पार्क के पास बेंसमेंट की खुदाई में धंसी जमीन, डेढ़ साल की मासूम समेत दो की मौत
यह भी पढ़ें: CM योगी का गंभीर अपराधों में कार्रवाई पर फोकस, फिर भी गोरखपुर अवैध मतांतरण पर एक्शन लेने में सबसे फिसड्डी