लखीमपुर में लोगों ने खुद ही अपने पक्के निर्माणों को तोड़ना शुरू कर दिया है। एक दिन पहले ही उन्हें चेतावनी मिली थी। पीडब्ल्यूडी ने मेला-मैदान रोड से अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया था जिसके बाद लोगों ने दो दिन का समय मांगा था। अब वे तेजी से अतिक्रमण हटा रहे हैं। हालांकि तोड़े गए अतिक्रमण का मलबा सड़क पर पड़ा हुआ है जिससे आवागमन में बाधा आ रही है।
जागरण संवाददाता, लखीमपुर। एक दिन पीडब्ल्यूडी ने मेला-मैदान रोड से अतिक्रमण अभियान चलाया और स्थाई व अस्थाई अतिक्रमण को हटाने की ठान ली, लेकिन लोगों ने अधिकारियों से दो दिन का समय मांगा। वादे के अनुसार दुकानदारों ने खुद ही तेजी के साथ अतिक्रमण हटाया शुरू कर दिया है।
शनिवार को भी मेला मैदान रोड पर बसंत टाकीज के पास दिनभर हथौड़े चलते रहे और पक्का निर्माण तोड़ा जाता रहा। एक दिन पहले भी दुकानदारों ने खुद ही अतिक्रमण तोड़ा था।
दिक्कत यह आ रही कि तोड़े गए अतिक्रमण का मलबा सड़क पर ही पड़ा हुआ है, जिसे हटाया नहीं गया है।
यह मलबा राहगीरों के आवागमन में बाधा उत्पन्न कर रहा है और दिनभर लोगों को जाम की समस्या से जूझना पड़ता है। यह सड़क एलआरपी चौराहे से इंदिरा मनोरंजन पार्क तक सात से 10 मीटर तक चौड़ी होनी है। गुरुवार को पीडब्ल्यूडी द्वारा अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया।
प्रशासन ने दिखाई सख्ती
अभियान की शुरुआत में प्रशासन ने सख्ती दिखाई, जिसके कारण लोगों में खलबली मची है। प्रशासन की इस कार्रवाई को देखते हुए स्थानीय लोगों ने अपने अतिक्रमण को खुद हटाने के लिए दो दिन का समय मांगा। प्रशासन ने लोगों को दो दिन का समय देते हुए निर्देश दिए कि यदि अतिक्रमण स्वेच्छा से नहीं हटाया गया, तो मजबूरन प्रशासन को कार्रवाई करनी पड़ेगी।
इस चेतावनी का असर यह हुआ कि शनिवार को दूसरे दिन भी लोग अपने अतिक्रमण को खुद ही हटाने में जुटे रहे। चौड़ी सड़क होने से ररहगीरों को दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा। अभियान को देखते हुए कई दुकानदारों ने खुद ही अपने ठेले और दुकानें हटा ली हैं, ताकि उन्हें अनावश्यक नुकसान न हो। लोगों का मानना है कि सड़क चौड़ी होने से व्यापार में भी सुधार होगा और यातायात भी सुगम हो जाएगा।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।