..तो इस साल भी नहीं कर सकेंगे रेल की सवारी
जागरण संवाददाता, लखीमपुर : लखनऊ के ऐशबाग से लेकर लखीमपुर के मैलानी जंक्शन तक मीटर गे
By JagranEdited By: Updated: Sun, 22 Jul 2018 12:08 AM (IST)
जागरण संवाददाता, लखीमपुर : लखनऊ के ऐशबाग से लेकर लखीमपुर के मैलानी जंक्शन तक मीटर गेज रेलवे लाइन को ब्राड गेज में परिवर्तित करने का काम वर्ष 2015 से चल रहा है। भले ही पटरी बिछाने का कार्य पूरा हो गया है, लेकिन अभी फुट ओवरब्रिज बनने से लेकर प्लेटफार्म बनने आदि के काम अधूरे हैं। इसके चलते इस साल भी ट्रेनों का संचालन संभव नहीं लग रहा है।
वर्ष 2012 में तत्कालीन रेल राज्य मंत्री अधीर रंजन चौधरी ने लखनऊ के ऐशबाग से लेकर लखीमपुर के मैलानी जंक्शन तक की रेल लाइन के अमान परिवर्तित की नींव तत्कालीन केंद्रीय राज्य मंत्री जितिन प्रसाद व तत्कालीन खीरी सांसद जफर अली नकवी की मौजूदगी में लखीमपुर रेलवे स्टेशन पर एक बड़े समारोह में रखी थी। इसके बाद अक्टूबर 2015 में में इस रेल लाइन पर मेगा ब्लॉक कर ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया गया और अमान परिवर्तन का काम शुरू हुआ। पिछले तकरीबन तीन सालों में अब तक रेल पटरी बिछाने का काम तो करीब-करीब पूरा हो गया है, लेकिन अभी इस रूट पर ट्रेनों के संचालन में और समय लगेगा। हालांकि रेलवे विभाग का दावा है कि काम तेजी से चल रहा है, लेकिन अभी काफी काम बाकी है। बताते चलें कि इस रूट पर ऐशबाग से सीतापुर के बीच अमान परिवर्तन का कार्य पूरा का ट्रेन संचालन का ट्रायल भी हो गया है और जल्द ही वहां तक ट्रेनों का संचालन शुरू होने की उम्मीद है, लेकिन सीतापुर से मैलानी के बीच रेल पटी बिछने के अलावा बाकी काम अधूरे है। सीतापुर से मैलानी तक करीब सौ किमी से ज्यादा के रूट पर कुल 130 अंडर पास बनने हैं। इसके अलावा हरगांव, लखीमपुर, रजागंज, गोला व बांकेगंज रेलवे स्टेशन पर फुट ओवरब्रिज भी बनने हैं, जो अभी बन नहीं पाए हैं। स्टेशनों पर ब्रॉड गेज के हिसाब से प्लेटफार्मों के निर्माण का काम भी अभी अधूरा है। क्या कहते हैं अधिकारी 'अमान परिवर्तन का काम तेजी से चल रहा है। सीतापुर तक का काम लगभग पूरा हो गया है। इसके आगे के रूट का काम पूरा होने में अभी समय लगेगा। पहले इसी साल नवंबर-दिसंबर तक कार्य पूरा करने का लक्ष्य था, लेकिन अभी इस अवधि तक काम पूरा नहीं हो सकेगा।' आलोक श्रीवास्तव, पीआरओ, पूर्वोत्तर रेलवे।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।