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यूपी के इस जिले में होना है सड़क चौड़ीकरण का कार्य, अतिक्रमण बना मुसीबत; गरज सकता है बुलडोजर

सड़क चौड़ीकरण का काम अतिक्रमण की वजह से रुक गया है। बिजली विभाग और पीडब्ल्यूडी विभाग आपस में उलझे हुए हैं। बिजली विभाग का कहना है कि अतिक्रमण हटाए बिना लाइन शिफ्टिंग करना संभव नहीं है। पीडब्ल्यूडी की ओर से कोई जवाब नहीं मिल रहा है। फिर बिजली विभाग ने पत्र भेजकर कहा कि अतिक्रमण साफ कराए बिना लाइन शिफ्टिंग करना संभव नहीं है।

By swetank shankar Edited By: Aysha Sheikh Updated: Fri, 30 Aug 2024 09:25 PM (IST)
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सड़क चौड़ीकरण में अतिक्रमण रोड़ा, बिजली-पीडब्ल्यूडी उलझे
जागरण संवाददाता, लखीमपुर। इंदिरा मनोरंजन पार्क से लेकर एलआरपी तक सड़क चौड़ीकरण में अतिक्रमण रोड़ा बन गया है। इस अतिक्रमण के कारण ही दो विभाग बिजली और पीडब्ल्यूडी आपस में उलझ कर रह गए हैं। पहले पीडब्ल्यूडी ने बिजली विभाग को पत्र लिखकर कहा कि सड़क के बीच से आठ फीट के बाद बिजली के खंभे लगाए जाएं।

अब बिजली विभाग इससे परेशान है, क्योंकि आठ फीट पर खंभा लगाने का मतलब यह है कि सड़क के दोनों और अतिक्रमण साफ कराया जाए, लेकिन पीडब्ल्यू इस पर चुप्पी साधे हुए हैं। जबकि यह समय खंभा लगाने के लिए बहुत उपयुक्त है। एलआरपी से इंदिरा पार्क तक सड़क चौड़ीकरण के लिए सिर्फ शहर का हिस्सा बना हुआ है।

इनदिनों बारिश के कारण डामर का कार्य बंद है। बिजली अधिकारियों के लिए खंभा लगाने का यह समय बेहद मुफीद है। बिजली विभाग को लाइन शिफ्टिंग के लिए कुल 3.95 करोड़ में 3.40 करोड़ मिल चुके हैं। अभी तक हुए पत्राचार में बिजली विभाग ने यह पूछा कि आखिर उन्हें लाइन शिफ्टिंग कितनी दूरी पर करनी है। जवाब मिला सड़क के बीच से आठ फीट तक।

फिर बिजली विभाग ने पत्र भेजकर कहा कि अतिक्रमण साफ कराए बिना लाइन शिफ्टिंग करना संभव नहीं है। सड़क चौड़ीकरण के संबंध में पीडब्ल्यूडी को बिजली विभाग ने आखिरी बार 21 अगस्त को पत्र भेजा लेकिन पीडब्ल्यूडी की ओर से इसका जवाब नहीं दिया जा रहा है। जिससे सड़क चौड़ीकरण का काम रूक गया है। इधर पीडब्ल्यूडी ने सड़क निर्माण के लिए बिजली विभाग दोनों ओर जो निशान लगाया है वह नाले के अंदर ही है।

पीडब्ल्यूडी की लापरवाही

ऐसे में बिजली विभाग यह समझ नहीं पा रहा है कि आखिर खंभा कहां तक शिफ्ट करना है। पीडब्ल्यूडी की लापरवाही के कारण यह पूरी सड़क अधूरी पड़ी है और दोनों विभाग सिर्फ पत्राचार में लगे हुए हैं। लगाए गए निशान के अनुसार पीडब्ल्यूडी जो कार्य कराना चाहता है वह सिर्फ लकीर पीटने और बजट खपाने जैसा है, लेकिन बनाए गए स्टीमेट से अनुसार जारी बजट को खर्च करने की मंशा नहीं दिख रही है।

बिजली विभाग के अधिशाषी अभियंता शैलेंद्र सिंह कहते हैं कि अतिक्रमण साफ होने के बाद ही लाइन शिफ्टिंग काम कराया जा सकता है। यह समय उपयुक्त है, लेकिन पीडब्ल्यूडी की पहल के बाद कार्य शुरू कराया जा सकता है।

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