अनारक्षित रेलगाड़ियों का सफर शुरू
लंबे इंतजार के बाद अनारक्षित रेल गाड़ियों का सफर एक बार फिर से शुरू हो गया।
लखीमपुर : लंबे इंतजार के बाद अनारक्षित रेल गाड़ियों का सफर एक बार फिर से शुरू हो गया। रविवार सुबह पहली रेलगाड़ी मैलानी से लखनऊ जंक्शन तक जाने के लिए अपने निर्धारित समय 7:38 पर लखीमपुर रेलवे स्टेशन पहुंची। रेलवे प्लेटफार्म पर सफाई इत्यादि करके यात्रियों की सुविधा का पूरा ध्यान रखा गया था। रेल गाड़ी के लिए करीब 60 के आसपास लोग इंतजार करते दिखाई दिए।
जैसे ही दूर से रेलगाड़ी की सीटी सुनाई दी और आती हुई रेलगाड़ी दिखाई दी, यात्रियों के चेहरों पर चमक बढ़ गई। किसी को लखीमपुर से लखनऊ, किसी को सिधौली, तो किसी को सिर्फ सीतापुर तक ही सफर करना था लेकिन, चेहरों पर यह साफ झलक रहा था कि अब सिर्फ बस के बजाय दूसरा विकल्प रेलगाड़ियों का भी खुल गया है। इससे अब लोगों को सुविधा होगी। इसी तरह लखनऊ से चलकर मैलानी जाने वाली दूसरी पैसेंजर ट्रेन शाम 4:32 पर पहुंची। इस वक्त रेलवे स्टेशन पर मात्र 35 यात्री ही मौजूद रहे। प्लेटफार्म पर रेलगाड़ी रुकते ही लोग बड़ी उत्सुकता के साथ उसमें चढ़ते और अपनी अपनी जगह लेते दिखाई दिए। रेलवे प्लेटफार्म पर मौजूद स्टेशन मास्टर एसपी गुप्ता, सीएस विमल कुमार अपने कार्य में व्यस्त दिखे। वैसे तो आरक्षित रेलगाड़ी के रूप में एक एक्सप्रेस मैलानी से गोरखपुर के बीच चलती है लेकिन, दो रेलगाड़ियां और चलने से रविवार को रेलवे स्टेशन पर चहल-पहल बढ़ गई। न्यूनतम दूरी का किराया भी 30 रुपये रखा गया है। स्टेशन मास्टर ने बताया कि शुरुआती दौर में रेलवे बोर्ड ने एक्सप्रेस का ही किराया रखा है, जिससे अनावश्यक रूप से कोई यात्रा न करे और कोविड-19 प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन किया जाए। पहले दिन सुबह करीब तीन हजार रुपये के टिकट बिके और लगभग 60 के आसपास यात्री रहे जबकि मैलानी जाने के लिए 35 के करीब यात्री थे, लगभग 930 रुपये के रेलवे टिकट बिके। यात्रियों का कहना है कि सुबह की रेलगाड़ी लखनऊ के लिए उन्हें मिल गई, इससे काफी राहत है। इसी तरह धीरे-धीरे रेलगाड़ियां बढ़ेगी और उन्हें एक्सप्रेस गाड़ियों में भी बिना रिजर्वेशन के आवागमन का मौका मिलेगा तो सुविधा होगी।