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Lalitpur Weather: ललितपुर में तेज आंधी के साथ बारिश का अलर्ट, जिलाधिकारी ने जारी की एडवाइजरी

Lalitpur Weather ललितपुर में तेज आंधी के साथ बारिश की चेतावनी जारी की गई है। जिलाधिकारी द्वारा जारी निर्देशों में कहा गया कि जब भी रेतीले तूफान धूल भरी आंधियों का सामना करना पड़ सकता है। लोग आँखों को ढक कर रखें सबसे पहले मास्क लगाएं और फिर आँखों में चश्मा पहन लें। निर्देशों में कहा गया कि अगर तूफान में फंस जाते हैं तो सुरक्षित स्थान पर चले जायें।

By Swati SinghEdited By: Swati SinghUpdated: Sat, 08 Jul 2023 10:32 AM (IST)
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ललितपुर में तेज आंधी के साथ बारिश का अलर्ट, जिलाधिकारी ने जारी की एडवाइजरी

ललितपुर, राज्य ब्यूरो। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बारिश लगातार जारी है। ललितपुर में तेज बारिश के साथ बारिश की आशंका जताई गई है। भारतीय मौसम विभाग द्वारा जनपद में भारी बारिश, तेज आंधी की संभावना के चलते दी गई चेतावनी को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी आलोक सिंह ने जनपद वासियों के लिए एडवाइजरी जारी की है।

जिलाधिकारी द्वारा जारी निर्देशों में कहा गया कि जब भी रेतीले तूफान, धूल भरी आंधियों का सामना करना पड़ सकता है। लोग आँखों को ढक कर रखें, सबसे पहले मास्क लगाएं और फिर आँखों में चश्मा पहन लें। निर्देशों में कहा गया कि अगर तूफान में फंस जाते हैं तो सुरक्षित स्थान पर चले जायें। अगर घर के अंदर हैं तो खिड़की के पास खड़े न रहें। अगर कार में हैं तो कार के शीशे बंद कर लें और सुरक्षित स्थान पर कार खड़ी कर लें।

तूफान में पानी से दूर रहे

तूफान के समय नहाने से बचना चाहिए क्योंकि पानी में करंट सबसे तेजी से फैलता है। कोशिश करें कि पानी से दूर रहें। तूफान के वक्त गाड़ी के अंदर रेडियो न चलाएं। आंधी-तूफान जैसी स्थिति से बचने के लिए घरों से बाहर न निकलें और अगर ऑफिस में हैं तो बारिश बंद होने का इन्तजार करें। अगर घर से निकलना बहुत जरूरी है तो मौसम की जानकारी और अपडेट के साथ ही बाहर निकलें।

हेल्पलाइन नंबर हुआ जारी

जिलाधिकारी आलोक सिंह ने निर्देश दिये कि अन्य किसी समस्या में आपदा कंट्रोल रूम के आपदा हेल्पलाइन नंबर 05176-272700, 272613, 272392, 272350, 272343, 277409 एवं मोबाईल नंबर 9454416374 पर सम्पर्क किया जा सकता है।

अस्पताल रहें अलर्ट

राजकीय चिकित्सालय पीएससी एवं सीएससी अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि ट्रामा मैनेजमेंट, सर्पदंश, बिजली के झटके एवं जल जनित रोगों के उपचार की व्यवस्था कर लें। आकाशीय विद्युत से होने वाली दुर्घटनाओं से को दामिनी ऐप का प्रयोग करें। पशुओं को सुरक्षित स्थान पर रखें।

कंट्रोल रूम सचेत रहें

नदियों व बांध में जलस्तर बढ़ने की संभावना के चलते सभी बाढ़ चौकियों को क्रियाशील व बाढ़ कन्ट्रोल रूम को सक्रिय कर दिया जाय। साथ ही निर्देशित किया कि बाढ़ से बचाव के लिये लेखपाल, ग्राम पंचायत अधिकारी, एएनएम, आशा, आंगनबाड़ियों, बाढ़ आपदा सुरक्षा समिति के माध्यम से जागरूक किया जाये।

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