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Ambulance Service: एंबुलेंस सेवा में यूपी सबसे आगे, झारखंड सबसे नीचे; देखें अपने राज्य का नाम

उत्तर प्रदेश में 102 एंबुलेंस सेवा मात्र 7.06 मिनट में उपलब्ध कराई जा रही है। देश भर में यूपी का रिस्पांस टाइम सबसे कम है। वहीं सबसे खराब झारखंड का रिस्पांस टाइम 16.02 मिनट है। कम समय में प्रदेश में एंबुलेंस सुविधा मिलने से मातृ-शिशु दर में कमी भी दर्ज की गई है। वर्ष 2016 में रिस्पांस टाइम 11.28 मिनट था।

By Ashish Kumar Trivedi Edited By: Aysha Sheikh Updated: Sat, 03 Aug 2024 09:21 PM (IST)
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गर्भवती व बच्चों को सिर्फ सात मिनट में मिल रही 102 एंबुलेंस सेवा - प्रतीकात्मक तस्वीर।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। गर्भवती महिलाओं व नवजात शिशुओं के लिए 102 एंबुलेंस सेवा मात्र 7.06 मिनट में उपलब्ध कराई जा रही है। देश भर में उत्तर प्रदेश का रिस्पांस टाइम सबसे कम है। वहीं दूसरे नंबर पर राजस्थान में 7.57 मिनट व तीसरे नंबर पर 10.45 मिनट के साथ केरल पर है। वहीं सबसे खराब झारखंड का रिस्पांस टाइम 16.02 मिनट है। कम समय में प्रदेश में एंबुलेंस सुविधा मिलने से मातृ-शिशु दर में कमी भी दर्ज की गई है। वर्ष 2016 में रिस्पांस टाइम 11.28 मिनट था।

उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के मुताबिक मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। सैंपल रजिस्ट्रेशन सर्वे (एसआरएस) के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2015-17 में मातृ मृत्यु अनुपात 216 प्रतिश लाख दर्ज की गई थी। यह वर्ष 2018-20 में मातृ मृत्यु दर 167 प्रति लाख पहुंच गई।

वहीं दूसरी ओर वर्ष 2016 में शिशु मृत्यु दर 23 प्रति हजार थी और वर्ष 2020 में शिशु मृत्यु दर 21 प्रति हजार हो गई। वर्ष 2020 के बाद अभी तक एसआरएस के आंकड़े नहीं आए हैं लेकिन रिस्पांस टाइम के लगातार घटने से यह माना जा रहा है कि इसमें और अधिक कमी आई होगी।

102 एंबुलेंस सेवा की चलाई जा रही कुल 2,270 एंबुलेंस 

फिलहाल पूरी उम्मीद है कि आंकड़े घटे होंगे। वर्ष 2016 में 102 एंबुलेंस सेवा का 11.28 मिनट था। रिस्पांस टाइम में लगातार कमी दर्ज हुई है। एंबुलेंस सेवा का संचालन कर रही ईएमआरआइ ग्रीन हेल्थ सर्विसेज के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट टीवीएसके रेड्डी के मुताबिक 102 एंबुलेंस सेवा की कुल 2,270 एंबुलेंस चलाई जा रही हैं और प्रतिदिन 40 हजार जज्चा-बच्चा को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है।

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