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UP MLC Election: निर्विरोध चुने गए विधान परिषद के 13 सदस्य, सपा के खाते में आई 3 सीट; NDA के 10 सदस्य निर्वाचित

UP MLC Election पांच मई को एमएलसी जो 13 सीटें रिक्त हो रही हैं इनमें भाजपा की 10 सपा बसपा व अपना दल (सोनेलाल) की एक-एक सीट है। इनके लिए हुए चुनाव में 13 प्रत्याशियों ने ही नामांकन किया था। पांच मई के बाद विधान परिषद कांग्रेस के बाद अब बसपा विहीन हो जाएगी। पार्टी के एकमात्र एमएलसी भीमराव अम्बेडकर का कार्यकाल खत्म हो जाएगा।

By Jagran News Edited By: Swati Singh Updated: Thu, 14 Mar 2024 08:59 PM (IST)
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निर्विरोध चुने गए विधान परिषद के 13 सदस्य
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। विधान परिषद की पांच मई को रिक्त होने वाली 13 सीटों के लिए हुए चुनाव में गुरुवार को सभी सदस्यों का निर्विरोध निर्वाचन हो गया। भाजपा व सहयोगी दलों को 10 व सपा के खाते में तीन सीटें आई हैं। गुरुवार को नाम वापसी का समय बीतने के बाद तीन बजे निर्विरोध निर्वाचन की घोषणा हो गई। इन सभी का कार्यकाल छह मई 2024 से शुरू होगा।

पांच मई को एमएलसी जो 13 सीटें रिक्त हो रही हैं, इनमें भाजपा की 10, सपा, बसपा व अपना दल (सोनेलाल) की एक-एक सीट है। इनके लिए हुए चुनाव में 13 प्रत्याशियों ने ही नामांकन किया था। इनमें भाजपा के डा. महेन्द्र कुमार सिंह, विजय बहादुर पाठक, अशोक कटारिया, मोहित बेनीवाल, धर्मेन्द्र सिंह, राम तीर्थ सिंघल व संतोष सिंह के अलावा अपना दल (सोनेलाल) से आशीष पटेल, रालोद से योगेश चौधरी व सुभासपा से विच्छे लाल राम शामिल हैं।

सपा के खाते में आई तीन सीटें

सपा के प्रत्याशियों में बलराम यादव, शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली व किरणपाल कश्यप शामिल हैं। विधानसभा के विशेष सचिव व रिटर्निंग आफिसर बृज भूषण दुबे ने बताया कि गुरुवार को नाम वापसी का समय दिन में तीन बजे तक था, किसी ने भी नाम वापस नहीं लिया, इसलिए सभी को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया है। इन सभी का कार्यकाल छह मई से 2024 से शुरू होकर पांच मई 2030 तक रहेगा।

पांच मई के बाद बसपा विहीन हो जाएगी विधान परिषद

पांच मई के बाद विधान परिषद कांग्रेस के बाद अब बसपा विहीन हो जाएगी। पार्टी के एकमात्र एमएलसी भीमराव अम्बेडकर का कार्यकाल खत्म हो जाएगा। ऐसे में उच्च सदन से बसपा का प्रतिनिधित्व भी खत्म हो जाएगा। बसपा के विधानसभा में मात्र एक सदस्य हैं।

सपा को मिल जाएगा नेता प्रतिपक्ष का पद

पांच मई के बाद सपा को फिर से नेता प्रतिपक्ष का पद मिल जाएगा। वर्तमान में उसके आठ सदस्य हैं। नरेश चंद्र उत्तम का कार्यकाल खत्म हो रहा है, जबकि उसके तीन सदस्य जीत गए हैं। ऐसे में उसके परिषद में 10 सदस्य हो जाएंगे। 100 सीटों वाली विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष के लिए न्यूनतम 10 सदस्यों की जरूरत होती है। सात जुलाई 2022 को सपा के लाल बिहारी यादव से नेता प्रतिपक्ष का पद छिन गया था।

पांच मई के बाद विधान परिषद में दलीय स्थिति

  • भाजपा- 79
  • सपा-10
  • अपना दल (सोनेलाल)-01
  • निषाद पार्टी-01
  • रालोद-01
  • सुभासपा-01
  • जनसत्ता दल लोकतांत्रिक-01
  • शिक्षक दल (गैर राजनीतिक)-01
  • निर्दलीय समूह-02
  • निर्दलीय-02
  • रिक्त-01
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