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यूपी में एक महीने में दबोचे गए 16 भ्रष्ट अधिकारी, डीजी विजिलेंस ने कार्रवाई में तेजी लाने का दिया निर्देश

उत्तर प्रदेश शासन की भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत भ्रष्ट सरकारी कर्मचारियों की धरपकड़ की जा रही है। अगस्त महीने से अब तक विभिन्न विभागों के 16 अधिकारी और कर्मचारी घूस लेते रंगे हाथ पकड़े गए हैं। डीजी विजिलेंस राजीव कृष्ण ने इन सभी मामलों में अभियोजन की कार्यवाही तेज किए जाने का निर्देश भी दिया है।

By Alok Mishra Edited By: Vinay Saxena Updated: Mon, 09 Sep 2024 03:56 PM (IST)
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एक महीने में विभिन्न विभागों के 16 अधिकारी व कर्मचारी घूस लेते रंगे हाथ पकड़े गए।- सांकेत‍िक तस्‍वीर

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। भ्रष्टाचार की शिकायतों पर सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) ने अपनी कार्रवाई तेज की है। अगस्त माह से अब तक विभिन्न विभागों के 16 अधिकारी व कर्मचारी घूस लेते रंगे हाथ पकड़े गए हैं। शासन की भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत भ्रष्ट सरकारी कर्मचारियों की धरपकड़ की जा रही है।

डीजी विजिलेंस राजीव कृष्ण ने इन सभी मामलों में अभियोजन की कार्यवाही तेज किए जाने का निर्देश भी दिया है। डीजी का कहना है कि सभी सेक्टर की टीमों को हर शिकायत को पूरी गंभीरता से लेकर सफल ट्रैप के लिए पूरी सावधानी के साथ कार्रवाई सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया है।

विजिलेंस ने बीते एक माह में पुलिस, शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, राजस्व व अन्य विभागों के अधिकारियों व कर्मियों के विरुद्ध की गई शिकायतों पर शिकंजा कसा है। स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार की शिकायत पर तीन अगस्त को सहारनपुर में बड़ी कार्रवाई की गई थी। प्रोत्साहन राशि में कमीशनखोरी की शिकायत पर विजिलेंस ने अपना जाल बिछाया था और प्रभारी ब्लाक अधीक्षक/चिकित्साधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (ब्लाक पूवांरका) डा.देशराज सिंह व ब्लाक अकाउंटेंट संदीप शर्मा को 92 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथ दबोचा था।

विजिलेंस टीम को कार्यालय ने 21 लाख रुपये नकद भी मिले थे, जिसके बाद मामले की और गहनता से छानबीन शुरू की गई है। विजिलेंस की जांच के घेरे में कुछ अन्य कर्मचारियों की भूमिका भी है। ऐसे ही पुलिस के भ्रष्टाचार की कलई भी खुली, जब मुकदमे से आरोपितों के नाम हटाने के लिए लखनऊ के माल थाने में तैनात दाराेगा अमीन खां 30 हजार रुपये घूस लेते पकड़े गए। गोरखपुर व लखनऊ में दो अन्य दारोगा सुनील यादव व राम देव गुप्ता अलग-अलग मुकदमों में अंतिम रिपोर्ट लगाने के बदले घूस लेते पकड़े गए।

आगरा में लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता सुरजीत सिंह यादव एक ठेकेदार का भुगतान कराने के बदले 1.25 लाख रुपये लेते दबोचा गया। ऐसे ही अन्य मामलों में भी सरकारी कर्मचारी रंगे हाथ पकड़े गए और उनके विरुद्ध मुकदमे दर्ज कराए गए।

यह भी पकड़े गए

  • फिरोजाबाद में 16 अगस्त को विद्युत उपकेंद्र डरबई के अवर अभियंता रामयज्ञ 10 हजार घूस लेते पकड़े गए।
  • हापुड़ में 17 अगस्त को लेखपाल विपिन धामा 50 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार।
  • आगरा में शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक राम प्रताप शर्मा तीन लाख रुपये घूस लेते गिरफ्तार।
  • कानपुर में 24 अगस्त को नगर निगम के कनिष्ठ लिपिक राजेश कुमार यादव काे 10 हजार रुपये घूस लेते पकड़ा गया।
  • मीरजापुर में दो सितंबर को स्वास्थ्य विभाग कर्मी कृष्ण मुरारी विश्वकर्मा 50 हजार रुपये घूस लेते गिरफ्तार।
  • हापुड़ में सात सितंबर को नगर पालिका परिषद के अवर अभियंता 2.30 लाख रुपये घूस लेते पकड़ा गया।

हेल्पलाइन नंबर 9454401866 पर करें शिकायत

किसी सरकारी विभाग में भ्रष्टाचार के मामले की शिकायत विजिलेंस के हेल्पलाइन नंबर 9454401866 पर सीधे की जा सकती है। शिकायत को गोपनीय रखते हुए विजिलेंस अपना जाल बिछाकर कार्रवाई करती है।

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