यूपी में 16 सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को वित्तीय वर्ष 2020-21 में 7,411.34 करोड़ रुपये का हुआ घाटा
सीएजी (कंट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल ऑफ इंडिया) की रिपोर्ट के मुताबिक 31 मार्च 2021 तक यूपी के 16 सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को सात हजार करोड़ से अधिक का घाटा हुआ है। जिन कंपनियों को घाटा हुआ उनमें बिजली कंपनियां शामिल हैं।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। प्रदेश में 16 सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) को वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान 7,411.34 करोड़ रुपये की हानि हुई। वहीं 22 पीएसयू ने 699.72 करोड़ रुपये का लाभ अर्जित किया।
यह जानकारी सोमवार को विधानमंडल के दोनों सदनों में वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए राज्य सरकार के वित्त पर पेश की गई भारत के नियंत्रक-महालेखापरीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट में दी गई है।
रिपोर्ट में शामिल 38 पीएसयू में से मुख्य हानि वहन करने वाले पीएसयू में उप्र पावर कारपोरेशन (3158.92 करोड़ रुपये), पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम (1204.3 करोड़ रुपये) और पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम (1067.87 करोड़ रुपये) थे।
वहीं लाभ अर्जित करने वाले मुख्य पीएसयू में उप्र पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन (351.89 करोड़ रुपये) और उप्र राज्य विद्युत उत्पादन निगम (116.91 करोड़ रुपये) थे।
71 कार्यरत पीएसयू में से केवल चार ने वर्ष 2020-21 के लिए अपने वार्षिक लेखे प्रस्तुत किये थे। 44 अकार्यरत पीएसयू में से 40 के 699 लेखे बकाया थे।