शेयर बाजार में पैसा लगाने के नाम पर 2500 लोगों को लगाया चूना, 150 करोड़ की ठगी का ऐसे हुआ खुलासा
उत्तर प्रदेश में एक ऐसे गिरोह का खुलासा हुआ है जिसने हजारों लोगों झांसे में लेकर डेढ़ सौ करोड़ की ठगी की। नासिर वर्ष 2018 से यह गिरोह चला रहा था। नासिर उसकी पत्नी और भाई समेत अन्य लोग निवेशकों को झांसे देकर विश्वास में लेकर उनसे ठगी करते थे। लोगों को विश्वास में लेने के लिए उसने एक कंपनी भी खोल रखी थी।
जागरण संवाददाता, लखनऊ। शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर मोटे मुनाफे का झांसा देकर करीब 2500 लोगों से 150 करोड़ की ठगी करने वाले दंपति समेत चार जालसाजों को एसटीएफ और सरोजनीनगर थाने की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार कर लिया।
आरोपितों के पास से चार सीपीयू, एक सर्वर सीपीयू, चार लैपटाप और आठ हार्ड डिस्क, एक पैन ड्राइव बरामद की गई है। एडीसीपी दक्षिणी शशांक सिंह के मुताबिक गिरफ्तार जालसाजों में सरोजनीनगर चिल्लावां आजाद नगर का रहने वाला नासिर अली उसकी पत्नी सलमा बानो के अलावा देवर जाकिर अली और गोपालनगर कृष्णानगर का सौरभ बाबू (मूल निवासी बस्ती लालगंज देवरी) है।
2018 से गिरोह चला रहा था नासिर
पूछताछ में पता चला कि नासिर वर्ष 2018 से यह गिरोह चला रहा था। उसने लोगों को विश्वास में लेने के लिए फैंस कैपिटल सर्विसेज, अंबिया इश्योरेंस मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड, अंबिया इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड, फैंस वेल्थ मैनेजमेंट एंड आइएमएफ प्राइवेट लिमिटेड एवं अंबिया टेक्नोलाजी लिमिटेड के नाम से फर्म खोल रखी थी।निवेशकों से कहते थे पूरी रकम निकालने के लिए तीन दिन पहले करें आवेदन
एसटीएफ के डिप्टी एसपी दीपक कुमार सिंह ने बताया कि नासिर उसकी पत्नी और भाई समेत अन्य लोग निवेशकों को तरह तरह के झांसे देकर विश्वास में लेते थे। कहते थे कि उनका पूरा मूलधन सुरक्षित रहेगा। निवेशकों को जब पूरी रकम वापस लेनी हो तो तीन दिन पहले आवेदन करना होगा।
इसके बाद उन्हें रकम वापस मिल जाएगी। जबतक मूलधन वापस नहीं लेंगे तबतक हर माह उनके खाते में 10 फीसद मुनाफे की रकम दी जाएगी। ग्राहक जब आनलाइन देखता था तो उसके खाते में 10 फीसद रकम बढ़ी दिखाते थे।
क्रिप्टो करेंसी में रकम बदलकर विदेश भागने की फिराक में थे
जालसाज निवेशकों की रकम को क्रिप्टो करेंसी में बदलकर विदेश भागने की फिराक में थे। इस बीच एसटीएफ और पुलिस की संयुक्त टीम ने उन्हें दबोच लिया। नासिर ने आजादनगर के क्रिस्टल अपार्टमेंट के एक फ्लैट में पूरा अपना आफिस बना रखा था।
निवेशकों को शक न हो इस लिए निवेश के समय उन्हें गूगल प्ले स्टोर पर 'फैन कैपिटल सर्विसेस' एप भी बना रखा था। उसका एडमिन राइट नासिर के पास था।
एप के जरिए से निवेशकों की डिटेल लेकर उनका खाता खोला खोलते थे। उसमें निवेशकों की रकम का ब्योरा भी होता था। खोले गए फर्जी डीमैट खाता नंबरों को उसी एप के माध्यम से निवेश धनराशि का लाभ दिखाने के लिए किया जाता था।
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