यूपी में 2830 किलोमीटर लंबी 57 सड़कें प्रमुख जिला मार्ग घोषित, अब सात मीटर होगी इनकी चौड़ाई
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बढ़ते ट्रैफिक को देखते हुए स्टेट हाईवे की तर्ज पर जिला मार्गों की चौड़ाई को भी सात मीटर करने का निर्देश दिया था। इसी क्रम में इन 57 सड़कों को सात मीटर चौड़ा बनाया जाएगा। इससे इन सड़कों का बेहतर रखरखाव हो सकेगा।
By Umesh TiwariEdited By: Updated: Tue, 08 Jun 2021 08:46 AM (IST)
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य की 57 सड़कों को ग्रामीण मार्गों व अन्य जिला मार्गों की श्रेणी से उच्चीकृत कर प्रमुख जिला मार्ग में परिवर्तित करने की मंजूरी दे दी है। प्रमुख जिला मार्ग घोषित की गईं इन सड़कों की कुल लंबाई 2830.36 किलोमीटर है। इन सड़कों को प्रमुख जिला मार्ग के तौर पर विकसित करने में 2657 करोड़ रुपये का खर्च अनुमानित है। लोक निर्माण विभाग ने सोमवार को इस बारे में अधिसूचना जारी कर दी है।
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बढ़ते ट्रैफिक को देखते हुए स्टेट हाईवे की तर्ज पर जिला मार्गों की चौड़ाई को भी सात मीटर करने का निर्देश दिया था। इसी क्रम में इन 57 सड़कों को सात मीटर चौड़ा बनाया जाएगा। प्रमुख जिला मार्ग में तब्दील होने पर इन सड़कों का बेहतर रखरखाव हो सकेगा।गौरतलब है कि प्रमुख जिला मार्गों का नवीनीकरण जहां हर चार साल पर प्रस्तावित होता है, वहीं ग्रामीण सड़कों का प्रत्येक आठ साल और अन्य जिला मार्गों का पांच साल में होता है। जिन 57 सड़कों को प्रमुख जिला मार्ग घोषित किया गया है, उनमें 13 ऐसी हैं जो पहले से सात मीटर चौड़ाई में बनी है। इनकी कुल लंबाई 606.63 किलोमीटर है। इनमें से तीन-तीन सड़कें सोनभद्र व हरदोई, दो-दो रायबरेली व अमेठी तथा एक-एक मथुरा/आगरा, मुरादाबाद व सहारनपुर की हैं।
वही 39 सड़कें ऐसी हैं, जिनका कुछ हिस्सा पहले से सात मीटर चौड़ाई में बना है और बाकी हिस्से को चौड़ा करने के लिए भूमि अधिग्रहण की जरूरत नहीं है। इन सड़कों की कुल लंबाई 1939.22 किलोमीटर है। इसमें से 1355 किलोमीटर हिस्सा सात मीटर से कम चौड़ा है, जिसे चौड़ा करने की लागत 2168.83 करोड़ रुपये है। इनमें से तीन-तीन सड़कें बाराबंकी, सुलतानपुर व हमीरपुर में हैं, जबकि दो-दो मार्ग जालौन, झांसी, महोबा, बिजनौर, बरेली, मैनपुरी, कन्नौज तथा मैनपुरी/फीरोजाबाद में हैं।
एक-एक सड़क अमेठी, अंबेडकरनगर, अयोध्या, फर्रुखाबाद, फर्रुखाबाद/एटा, एटा, एटा/हाथरस, आगरा, मथुरा/अलीगढ़, जौनपुर, रायबरेली, चित्रकूट, सिद्धार्थनगर और ललितपुर में है। प्रमुख जिला मार्ग घोषित की गईं पांच सड़कें ऐसी हैं, जिनका कुछ हिस्सा पहले से सात मीटर चौड़ाई में बना है, लेकिन बाकी हिस्से को चौड़ा करने के लिए भूमि अधिग्रहण की जरूरत है।
इन पांच सड़कों में दो शाहजहांपुर तथा एक-एक फर्रुखाबाद, कन्नौज व बहराइच में है। इन सड़कों की कुल लंबाई 285.31 किलोमीटर है, जिसमें से सात मीटर से कम चौड़े हिस्से की लंबाई 257.69 किलोमीटर है। इस हिस्से को चौड़ा करने के लिए 466.47 करोड़ रुपये लागत अनुमानित है और भूमि अधिग्रहण का खर्च 21.83 करोड़ रुपये है।
44 सड़कों के लिए दिए 193 करोड़ : शासन में प्रदेश के 44 राज्य/प्रमुख/अन्य जिला मार्गों के चालू कार्यों के लिए 193.15 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की है। सड़कों के निर्माण कार्य मुजफ्फरनगर, वाराणसी, सुलतानपुर, अयोध्या, बदायूं, सिद्धार्थनगर, सहारनपुर, बागपत, मेरठ, कन्नौज, जौनपुर, आगरा, बस्ती, गाजीपुर, प्रतापगढ़, अंबेडकरनगर, रामपुर, कानपुर नगर, मथुरा, मुरादाबाद, चंदौली, कुशीनगर व अमरोहा जिलों में चल रहे हैं।
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