अस्पतालों में वसूली और थानों में डर का माहौल: KGMU के 15वें दीक्षा समारोह में राज्यपाल
केजीएमयू का 15वां दीक्षा समारोह में 44 मेधावियों को मेडल। एमबीबीएस की छात्रा सना मोहसिन को हीवेट आकर्षि गुप्ता को चांसलर मेडल से नवाजा गया।
By Divyansh RastogiEdited By: Updated: Fri, 25 Oct 2019 12:03 PM (IST)
लखनऊ, जेएनएन। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शुक्रवार को कहा कि डॉक्टर विनम्र रहें, रोगी धैर्य रखें। अस्पतालो में मरीजों के हालचाल की स्थिति ठीक नहीं है। मैंने जितने भी अस्पताल देखे हैं, सभी में वैसी ही स्थिति है। बुखार नापने वाला यंत्र हो या फिर कोई और जांच के यंत्र। सभी सिस्टर या डॉक्टर के कमरे में ही रखे रहते हैं। मरीज की डायग्नोसिस सही नहीं की जा रही। कब टम्परेचर लिया गया, क्या बीमारी है? पूछो तो वार्ड में डॉक्टर हो या नर्स बता नहीं पाते।
उन्होंने कहा कि अस्पतालों में मरीजों से पैसे वसूले जा रहे हैं। यह सुनकर दुख होता है। केंद्र सरकार / राज्य सरकार तमाम रुपये खर्च करती है, बावजूद इसके मरीजों का हाल बहुत बुरा है। नए डॉक्टर संकल्प करके जाएं कि गलत व्यवहार नहीं करेंगे। चाहें वह प्राइवेट में जाएं या सरकारी में। मेरे पास कई पत्र आये की आप थाने क्यों जाती हैं? थाने नहीं जाना चाहिये। मैंने कहा कि मैं राज्यपाल हूं, कहीं भी जा सकती हूं। लोग व बच्चे थाने जाने से डरते हैं। मुझे स्मृति चिह्न के बजाय बुक्स दी जाएं। मुझे स्मृति चिह्न नहीं चाहिए, प्राइमरी स्कूल के बच्चों को पढ़ने के लिए महापुरुषों की जीवनी वाली किताबे दें। यह प्राइमरी स्कूल की लाइब्रेरी में रखवाई जाएंगी।
मौका था, केजीएमयू का 15वां दीक्षा समारोह का। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और विशिष्ट अतिथि चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने शिरकत की। एमबीबीएस की छात्रा सना मोहसिन को सबसे प्रतिष्ठित हीवेट मेडल मिला। वहीं, आकर्षि गुप्ता को केजीएमयू चांसलर मेडल से नवाजा गया। वहीं, इस मौके पर पहली बार प्राइमरी के 50 बच्चे शामिल हुए। कुलपति प्रो. एमएलबी भट्ट ने उनके साथ बातचीत की। इस दौरान आइसीएमएस के डीजीएमई डॉ. बलरामभार्गव भी मौजूद रहे। एमबीबीएस के शीर्ष मेडल बेटियों की झोली में गए, बीडीएस में छात्र ने बाजी मारी है। वहीं, 22 छात्र व 22 छात्रओं ने मेडल पाए। कुल 44 मेधावियों को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के हाथ मेडल मिला। यह यूजी, पीजी व सुपर स्पेशियलिटी कोर्सों के टॉपर रहे। वहीं, शेष को संस्थान के स्थापना दिवस पर मेडल व डिग्री प्रदान की गई।
बेटियां दहेज प्रथा का खुलकर करें विरोध
राज्यपाल ने कहा कि गोल्ड पढ़ाई में मिला है, मगर विवाह में दहेज मत मांगना। आस-पड़ोस में हो रहे बाल विवाह, दहेज को रोकें। कुरीतियां मिटायेंगे तभी पढ़ाई सार्थक होगी। दहेज की मांग पर बेटियों के अंदर मंडप में खड़े होने की हिम्मत होनी चाहिये। मेरा मानना है कि बच्चों को पालना मां-बाप का काम है, मगर उनकी शादी का निर्णय बच्चों का है। जिसे कभी ऐसी परेशानी हो, वो आकर मुझसे मिले, मैं उसके साथ हूं। सभी बेटियों को ह्यूमोग्लोबिन टेस्ट करवाया जाए, ताकि उनके स्वास्थ्य की सही जानकारी मिल सके।
एमबीबीएस-बीडीएस टॉपर
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एमबीबीएस की छात्रा सना मोहसिन को सबसे प्रतिष्ठित हीवेट मेडल मिला। इसके अलावा सना को कुल 10 गोल्ड, चार सिल्वर, एक ब्राउंस व तीन कैश प्राइस पुरस्कार।
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आकर्षि को 22 मेडल: पांच अवॉर्ड आकर्षि गुप्ता को केजीएमयू चांसलर व यूर्निवसिटी ऑनर मेडल मिला। आकर्षि को 16 गोल्ड, चार सिल्वर, दो बुक प्राइज व तीन कैश प्राइज हैं।
- बीडीएस में आशुतोष को गोल्ड: एचडी गुप्ता व डॉ.गोविला गोल्ड मेडल सहित आठ में से चार गोल्ड मेडल पर आशुतोष श्रीवास्तव का कब्जा रहा। वहीं, शेष तीन गोल्ड मेडल लड़कियों के हिस्से में आए हैं।