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UP News: केजीबीवी में पढ़ रहीं 4 हजार से ज्‍यादा छात्राओं को नहीं मि‍ली छात्रवृत्ति, ये है बड़ी वजह

कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में पढ़ रहीं 4571 छात्राएं ऐसी हैं जिन्हें अभी तक छात्रवृत्ति नहीं मिली है। डीबीटी के माध्यम से बैंक खाते में सीधे 1100 रुपए की धनराशि भेजी जानी थी लेकिन इन बालिकाओं व अभिभावकों का अब तक आधार सत्यापन न हो पाने के कारण मामला लटक गया है। कुल 749 स्कूलों में 76811 बालिकाएं पढ़ रही हैं।

By Ashish Kumar Trivedi Edited By: Vinay Saxena Updated: Sun, 10 Mar 2024 11:19 AM (IST)
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केजीबीवी में पढ़ रहीं 4,571 छात्राएं ऐसी हैं, जिन्हें अभी तक छात्रवृत्ति नहीं मिली है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में पढ़ रहीं 4,571 छात्राएं ऐसी हैं, जिन्हें अभी तक छात्रवृत्ति नहीं मिली है। डीबीटी के माध्यम से बैंक खाते में सीधे 1,100 रुपये की धनराशि भेजी जानी थी, लेकिन इन बालिकाओं व अभिभावकों का अब तक आधार सत्यापन न हो पाने के कारण मामला लटक गया है। कुल 749 स्कूलों में 76,811 बालिकाएं पढ़ रही हैं।

महानिदेशक, स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा की ओर से बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर नाराजगी जताई गई है। अभी तक प्रेरणा पोर्टल पर भी इन ढंग से ब्योरा नहीं दर्ज किया गया। वार्षिक छात्रवृत्ति की रकम पाने से जो छात्राएं वंचित हैं उनके स्कूलों के इंचार्जों से इस पर जवाब-तलब करने के निर्देश दिए गए हैं। जल्द से जल्द इन छात्राओं व उनके अभिभावकों के आधार सत्यापन का कार्य पूरा करते हुए बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से धनराशि भेजे जाने के निर्देश दिए गए हैं।

प्रदेश में पिछड़े ब्लाकों की अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ा वर्ग की बालिकाओं को अभी उच्च प्राथमिक विद्यालयों यानी कक्षा छह से कक्षा आठ तक की पढ़ाई कराई जा रही है। वहीं 442 केजीबीवी को अब इंटरमीडिएट तक उच्चीकृत किया जा रहा है।

हफ्ते भर के भीतर ली जाएगी र‍िपोर्ट  

अब नए शैक्षिक सत्र में कक्षा नौ में विज्ञान वर्ग में छात्राओं के प्रवेश लिए जाएंगे। फिलहाल सभी बीएसए हफ्ते भर के भीतर रिपोर्ट ली जाएगी कि क्या इन छात्राओं को छात्रवृत्ति के 1,100 रुपये मिले या नहीं। फिर आगे लापरवाहों पर कार्रवाई की जाएगी।

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