मेहनतकश 687 ट्रैक मेंटेनर्स को मिली पदोन्नति, उत्तर रेलवे ने लिया फैसला
उत्तर रेलवे मुख्यालय ने अपने यहां तैनात 687 ट्रैक मेंटेनर्स की पदोन्नति के आदेश दे दिए हैं। रेलवे मुख्यालय ने दिए आदेश भीषण गर्मी हो या कड़ाकेदार ठंडी यही करते हैं पटरियों की देखभाल क जनवरी 2019 से बकाए के भुगतान के भी आदेश दिए हैं।
लखनऊ, जेएनएन। हाड़ कपा देने वाली ठंडी हो या फिर भीषण गर्मी। रात दिन पटरियों की मरम्मत करने वाले मेहनतकश ट्रैक मेंटेनर्स को आखिरकार वर्षो से लंबित पदोन्नति मिल ही गई। उत्तर रेलवे मुख्यालय ने अपने यहां तैनात 687 ट्रैक मेंटेनर्स की पदोन्नति के आदेश दे दिए। साथ ही उनको एक जनवरी 2019 से बकाए के भुगतान के भी आदेश दिए हैं। दरअसल रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग में तैनात इन कर्मचारियों पर सुरक्षित ट्रेन संचालन के लिए पटरियों की मरम्मत का जिम्मा रहता है।
इसके बावजूद 1800, 1900,2400 और 2800 ग्रेड पे वाले ट्रैक मेंटेनर्स को कैडर रि स्ट्रक्चर का लाभ नही मिल पा रहा था। नॉर्दर्न रेलवे मेंस यूनियन ने इसका लाभ इन रेलकर्मियों को देने के लिए कई बार प्रदर्शन भी किया था। जिसके बाद रेल मंत्रालय ने आठ मार्च 2019 को पदोन्नति के आदेश दिए थे। हालांकि इसको लागू करने में डेढ़ साल का समय लग गया। रेलवे ने सोमवार को इसकी वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है। यूनियन के मण्डलमंत्री आरके पांडेय ने बताया कि सबसे अधिक 1800 ग्रेड पे वाले 50 प्रतिशत कर्मचारियों को पदोन्नति का लाभ मिला है। जबकि 1900 और 2400 ग्रेड पे वाले 20-20 प्रतिशत व 2800 ग्रेड पे वाले 10 प्रतिशत कर्मचारियों को इसका लाभ मिला। इनमे उत्तर रेलवे उपमंडल लखनऊ प्रथम में 77,लखनऊ द्वितीय में 84, रायबरेली से 117,फैजाबाद से 52, वाराणसी 51, सुलतानपुर 87, प्रतापगढ़ के 74, जौनपुर के 68,प्रयाग से 74 और मण्डल कार्यालय के तीन ट्रैक मेंटेनर्स शामिल हैं।