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झांसी समेत 9 मेडिकल कॉलेज कार्यवाहक प्राचार्य के भरोसे, चिकित्सा शिक्षा विभाग की ओर से भर्ती की चल रही प्रक्रिया

झांसी समेत उत्तर प्रदेश के 9 मेडिकल कॉलेज कार्यवाहक प्राचार्यों के भरोसे चल रहे हैं। चिकित्सा शिक्षा विभाग की ओर से भर्ती प्रक्रिया चल रही है लेकिन इसमें समय लग रहा है। महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज झांसी में डॉ. नरेंद्र सिंह सेंगर पिछले चार सालों से कार्यवाहक प्राचार्य के रूप में काम कर रहे हैं। बांदा आजमगढ़ बदायूं गोरखपुर और अंबेडकरनगर के मेडिकल कॉलेजों में भी कार्यवाहक प्राचार्य तैनात हैं।

By Jagran News Edited By: Abhishek Pandey Updated: Sun, 17 Nov 2024 07:43 AM (IST)
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झांसी समेत 9 मेडिकल कॉलेज कार्यवाहक प्राचार्य के भरोसे
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कालेज झांसी सहित नौ मेडिकल कालेज कार्यवाहक प्राचार्य के भरोसे चल रहे हैं। चिकित्सा शिक्षा विभाग की ओर से भर्ती की प्रक्रिया की जा रही है, लेकिन इसमें समय लग रहा है। महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कालेज झांसी में डा. नरेन्द्र सिंह सेंगर कार्यवाहक प्राचार्य के रूप में पिछले चार वर्षों से काम कर रहे हैं।

बांदा, आजमगढ़, बदायूं, गोरखपुर, प्रयागराज, आगरा, कन्नौज तथा अंबेडकरनगर के मेडिकल कालेजों में भी कार्यवाहक प्राचार्य तैनात हैं। राजकीय मेडिकल कालेजों में पूर्णकालिक प्राचार्य की नियुक्ति के लिए उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग को अधियाचन भेजा गया है।

स्वशासी राज्य मेडिकल कालेजों में महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा के निर्देशन में कमेटी का गठन किया जाता है। फिलहाल झांसी में आग लगने से शिशुओं की हुई मौत के मामले के बाद अब नियमित प्राचार्यों की नियुक्ति के लिए लंबित प्रक्रिया को तेज किया जाएगा। अभी संकाय सदस्यों को कार्यवाहक प्राचार्य के रूप में तैनात किया गया है।

बता दें महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार रात में आग ने कहर बरपाया। मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू (न्यू बार्न इंटेंसिव केयर यूनिट) में हुए दर्दनाक हादसे में दस नवजात शिशुओं की झुलसने व दम घुटने से मौत हो गई। 37 बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया गया। सीएम योगी ने इस घटना के बाद संज्ञान लिया और 12 घंटे के अंदर रिपोर्ट मांगी है। वहीं उन्होंने मृतक नौनिहाल के स्वजन को पांच लाख और गंभीर रूप ये घायलों के स्वजन को 50 हजार रुपये की सहायता तत्काल देने के लिए प्रशासन को निर्देशित किया है।

देर रात सेना भी मदद के लिए पहुंची

दमकल विभाग की कई गाड़ियों ने देर रात आग पर काबू पा लिया। बचाव कार्य में सेना ने भी मदद की। बताया जा रहा है कि आग लगने के कारण शार्ट सर्किट है। मौके पर जिलाधिकारी समेत सभी प्रशासनिक अधिकारी पहुंच गए। मेडिकल कॉलेज की बिजली काट दी गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेते हुए उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक और प्रमुख सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा को झांसी के लिए रवाना किया।

एनआईसीसीयू में रात लगभग 10.40 बजे आग लगी, उस समय वहां करीब 50 नवजात भर्ती थे। कुछ ही देर में आग की लपटों ने विकराल रूप ले लिया। धुएं का गुबार देख स्वजन भर्ती बच्चों को गोद में उठाकर भागने लगे। गर्भवती महिलाओं को भी लेकर लोग दौड़े, लेकिन धुएं और आग की लपटों के कारण कोई आगे नहीं बढ़ पा रहा था। चारों तरफ चीख-पुकार मचने लगी। इसी बीच बिजली भी काट दी गई। आग लगने की सूचना पर पुलिस, फायर ब्रिगेड की गाड़ियां और जिला प्रशासन मौके पर पहुंच गया। दमकल कर्मियों ने वार्ड की खिड़की का कांच तोड़कर अंदर प्रवेश किया।

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