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99 Years of Lucknow Zoo: एक्‍टर धर्मेंद्र की 'ममता' में दहाड़ा था लखनऊ के चिड़ि‍याघर का टाइगर...तस्‍वीरों में देखें ऐसे रोचक किस्‍से

99 Years of Lucknow Zoo दैनिक जागरण आपको लखनऊ के प्राणी उद्यान से जुड़ी कुछ पुरानी यादों से रूबरू करा रहा है। यहां उमराव जान फिल्म के गाने से लेकर धर्मेंद्र की फिल्‍म ममता के दृश्‍य फिल्‍माए गए हैं।

By Divyansh RastogiEdited By: Updated: Thu, 03 Dec 2020 01:17 AM (IST)
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Lucknow Zoo: यहां उमराव जान फिल्म के गाने से लेकर धर्मेंद्र की फिल्‍म ममता के दृश्‍य फिल्‍माए गए हैं।
लखनऊ [अजय श्रीवास्तव]। हर कोई जानता है कि उमराव जान फिल्म का गाना 'दिल चीज क्या है आप मेरी जान लीजिए, बस एक बार मेरा कहा मान लीजिए' की शूटिंग राजधानी स्‍थित चिड़ि‍याघर की नगीने वाली बारादरी में हुई थी। मशहूर अदाकारा रेखा ने इस गाने पर नृत्य किया था। 

लेकिन कम लोग जानते हैं कि वर्ष 1966 में बनी धर्मेंद्र की फिल्म ममता में एक सीन लखनऊ चिड़ि‍याघर का भी है। अभिनेता अशोक कुमार का इस फिल्म में टाइगर से लेकर बारादरी और गेट का सीन है। इसमें अभिनेत्री सुचित्रा सेन गोद में बच्ची को लेकर एक महिला के साथ टाइगर के बाड़े के बाहर खड़ी है।

उसी समय टाइगर बाड़े के खुले भाग में आ जाता है और दहाड़ लगाता है तो बच्ची सहम कर मां से लिपट जाती है। फिर टाइगर पानी में उतर जाता है। इसके बाद सहमी बच्ची को लेकर अभिनेत्री पार्क में आ जाती है और गैस वाले गुब्बारे खरीदने लगती है। 

इसी दौरान बच्ची मां से दूर चली जाती है। जू में जहां कभी बरगद का पेड़ था, वहां बने चबूतरे के बगल से वह आगे चली जाती है। बेटी को पास न पाकर अभिनेत्री उसे तलाशने के लिए दौड़ती है तो गुब्बारे हवा में उड़ जाते हैं। वह तलाशते हुए बारादरी के पास पहुंचती है तो देखती है कि एक आदमी बेटी को गोद में लेकर भाग रहा है। अभिनेत्री उसके पीछे दौड़ती है। तभी नरही वाले गेट पर तैनात कर्मचारी बच्ची को गोद में लेकर भाग रहे आदमी को पकड़ लेता है और उसकी पिटाई कर बच्ची को छुड़ा लेता है। इस फिल्म की शूटिंग छोटे इमामबाड़े के पास भी हुई थी।

 

...जब जवाहर लाल नेहरू ने गैंडे को देखा

वर्ष 1960 में तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने पैदल ही चिड़ि‍याघर का भ्रमण किया था। वह वन्यजीवों के बाड़े में भी गए थे। गैंडा बाड़े के बाहर भीड़ के साथ खड़े जवाहर लाल नेहरू की फोटो भी मौजूद है, जिसे चिड़ि‍याघर की गैलरी में रखा गया है। कुछ समय बाद जवाहर लाल नेहरू का सरकारी विमान राजहंस भी चिड़ि‍याघर का आकर्षण बन गया। इस जहाज को कई टुकड़े में चिड़ि‍याघर लाया गया था।

 

रवीना टंडन ने लगाया था पौधा

वन्यजीव प्रेमी और अभिनेत्री रवीना टंडन 2002 में चिड़ि‍याघर आई थीं। साथ में उनकी मां भी थीं। चिड़ि‍याघर और बाल ट्रेन में घूमने के बाद रवीना ने परिसर में एक पौधा भी लगाया था।

 

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