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ABHA ID: आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन में यूपी पहले नंबर पर, 12.45 करोड़ लोगों को मिला लाभ

उत्तर प्रदेश ने आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन में देश में पहला स्थान हासिल किया है। राज्य में 12.45 करोड़ आभा आईडी 61015 अस्पतालों का पंजीकरण 74789 हेल्थ प्रोफेशनल रजिस्ट्री और 1.42 करोड़ ऑनलाइन ओपीडी पंजीकरण किए गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी ने इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड बनाने में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है जिसमें 5.25 करोड़ रिकॉर्ड बनाए गए हैं।

By Ashish Kumar Trivedi Edited By: Shivam Yadav Updated: Fri, 25 Oct 2024 01:20 AM (IST)
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स्वास्थ्य सुविधाओं में तेजी से प्रदेश ने यह उपलब्धि हासिल की है।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) की विभिन्न श्रेणियों में उत्तर प्रदेश पूरे देश में नंबर एक पर है। आयुष्मान भारत डिजिटल हेल्थ अकाउंट (आभा) आईडी, अस्पतालों का पंजीकरण व आभा आधारित ऑनलाइन ओपीडी पंजीकरण इत्यादि श्रेणियों में यूपी टॉप पर है। स्वास्थ्य सुविधाओं में तेजी से की जा रही बढ़ोतरी का ही नतीजा है कि प्रदेश ने यह उपलब्धि हासिल की है।

एक वर्ष पहले शुरू किया गया था कार्य

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर स्वास्थ्य सेवाओं को लगातार बेहतर बनाया जा रहा है। सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य रंजन कुमार के मुताबिक एबीडीएम के तहत लोगों की आभा आईडी बनाने का काम पिछले एक वर्ष पहले ही शुरू किया गया और बेहतर कार्ययोजना के दम पर सर्वाधिक 12.45 करोड़ लोगों की आईडी बनाई गई।

महाराष्ट्र दूसरे नंबर पर है, जहां अभी तक 5.46 करोड़ लोगों की आभा आईडी बनाई गई है। वहीं हेल्थ फैसिलिटी रजिस्ट्री यानी अस्पतालों व नर्सिंग होम का पंजीकरण कराने में भी यूपी सबसे आगे है। यहां 61,015 अस्पतालों का पंजीकरण कराया जा चुका है। दूसरे नंबर पर कर्नाटक है जहां 60,743 अस्पतालों का पंजीकरण कराया गया है।

74,789 हेल्थ प्रोफेशनल रजिस्ट्री

यूपी सिर्फ इसमें ही नहीं बल्कि हेल्थ प्रोफेशनल रजिस्ट्री यानी चिकित्सकों, नर्सेज व आशा वर्करों के रजिस्ट्रेशन में भी यूपी सबसे आगे है। अभी तक 74,789 हेल्थ प्रोफेशनल रजिस्ट्री कराई जा चुकी है। 

वहीं, दूसरे नंबर पर कर्नाटक है, जहां पर अभी तक 58,919 हेल्थ प्रोफेशनल रजिस्ट्री कराई गई है। स्कैन एंड शेयर मॉड्यूल के तहत ऑनलाइन ओपीडी पंजीकरण का कार्य करने में भी यूपी देश में टाॅप पर है। 

1.42 करोड़ मरीजों के टोकन बनाए

सरकारी चिकित्सालयों में 50 मिनट की बजाए सिर्फ पांच मिनट में ही इस मॉड्यूल के माध्यम से रोगियों का पंजीकरण कराया जा रहा है। वर्तमान में 1.42 करोड़ मरीजों के टोकन बनाए जा चुके हैं। दूसरे नंबर पर बिहार है और यहां 95 लाख मरीजों का टोकन बनाया गया।

वहीं, राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण की ओर बनाए गए कुल 100 में से सर्वाधिक 35 माइक्रोसाइट प्रोजेक्ट यूपी में हैं। सबसे अधिक तेजी से इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड लखनऊ की माइक्रोसाइट ने बनाया। 

प्रदेश में अब तक कुल 5.25 करोड़ इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड बनाए गए। यूपी इसमें दूसरे पायदान पर है। पहले नंबर पर आंध्र प्रदेश में 5.32 करोड़ इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड बनाए गए। जल्द इस श्रेणी में भी यूपी पहले पायदान पर आने की कोशिश में जुटा है।

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