पूजा खेडकर के बाद अब पूर्व IAS अभिषेक सिंह के UPSC सेलेक्शन पर उठे सवाल, जिम करते वीडियो वायरल होने के बाद मचा घमासान
IAS Abhishek Singh Disability ट्रेनी आइएएस पूजा खेडकर के बाद अब पूर्व आइएएस अधिकारी अभिषेक सिंह पर यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए फर्जी दिव्यांगता प्रमाण पत्र का उपयोग करने का आरोप लगाया गया है। हालांकि उन्होंने सफाई देते हुए इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा- मैने किसी आरक्षण के दम यह हासिल नहीं किया है।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। ट्रेनी आइएएस पूजा खेडकर के बाद अब वर्ष 2011 बैच के पूर्व आइएएस अधिकारी अभिषेक सिंह (IAS Abhishek Singh) पर परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए फर्जी दिव्यांगता प्रमाण पत्र का उपयोग करने का आरोप लगे हैं। यह विवाद पूर्व आइएएस का इंटरनेट मीडिया पर जिम में कसरत व डांस करते हुए वीडियो वायरल होने के बाद सामने आया है। इसके बाद उनके दिव्यांगता श्रेणी में आइएएस बनने पर सवाल खड़े हो रहे हैं। अभिषेक ने अपने ऊपर लगे आरोपों को सिरे से नकार दिया है।
नवंबर 2023 में त्यागपत्र देने वाले अभिषेक ने इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखे लंबे पोस्ट में कहा, 'मैं अपने पुरुषार्थ, कर्मठता और साहस के लिए जाना जाता हूं। किसी की कृपा के लिए नहीं। मैंने अपने जीवन में जो कुछ हासिल किया है अपने दम पर हासिल किया है, किसी आरक्षण के दम पर नहीं।'
आरोपों पर दी सफाई
अपने पारिवारिक प्रभुत्व के आरोपों पर भी उन्होंने लिखा... 'मेरे लिए कहा गया है कि मेरे पिताजी आइपीएस अधिकारी थे इसलिए मुझे फायदा मिला। वे बहुत गरीब परिवेश से निकलकर पीपीएस अधिकारी बने, आइपीएस में प्रमोट हुए थे। उनकी तीन संतानें हैं, यानी मेरी एक छोटी बहन और एक छोटा भाई।उन्होंने भी यूपीएससी की तैयारी की पर सेलेक्शन नहीं हो सका, इसके अलावा मेरे सात और रिश्ते के भाई-बहनों ने प्रयास किया, कई कर भी रहे हैं, अभी तक किसी का भी चयन नहीं हो सका है। अपने पूरे खानदान में मैं इकलौता आइएएस में चयनित हुआ।'अंत में उन्होंने लिखा, 'यूपीएससी में कोई डोमिसाइल सर्टिफिकेट नहीं लगता। जिसने भी यूपीएससी दिया है उसको पता होगा। तो ये फर्जी प्रचार बंद करें। जिसको जो भी पूछना है मैं जवाब देने के लिए तैयार हूं।'
कास्ट पर उठाया गया सवाल: अभिषेक सिंह
उन्होंने लिखा...'जबसे मैंने आरक्षण के पक्ष में आवाज उठाना शुरू किया है, आरक्षण विरोधियों की पूरी सेना ने सारे काम छोड़कर मेरे खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उनको यह बात हजम नहीं हो रही कि एक जनरल कैटेगरी का लड़का आरक्षण के पक्ष में कैसे बोल रहा है? पहले तो आपने मेरी कास्ट पर ही सवाल उठाया और कहा कि मैं झूठा सिंह हूं, फिर आपने कहा कि मैं अपनी नौकरी वापिस मांग रहा हूं, और अब कह रहे हैं कि मैंने नौकरी आरक्षण से ली है।
देश की सर्वोच्च सेवा में सेलेक्शन लेना, उसमें निर्भीक निडर बिना किसी का दबाव माने ईमानदारी से कार्य करना, और अपनी मर्जी से उसे छोड़ दोबारा शून्य से शुरुआत करना। जब भविष्य अंधकार में छुपा हो तब भी उसमें सूरज ढूंढ़ने का हौसला लिए, आंखों में अनगिनत सपने लिए, अपने दम पर आगे बढ़ जाना, साहब इसके लिए चट्टान का कलेजा चाहिए।'इसे भी पढ़ें: IAS अभिषेक सिंह का इस्तीफा मंजूर, विवाद के बाद हुए थे निलंबित
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