Airport in UP : यूपी के इस जिले में हवाई अड्डे का होने जा रहा है विस्तार, 60 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण...
पलिया में वर्ष 1996 में 1753 मीटर लंबी व 50 मीटर चौड़ी हवाई पट्टी का निर्माण किया गया था। ईको-पर्यटन के मद्देनजर पलिया के पास ही स्थित दुधवा राष्ट्रीय उद्यान में आने वाले पर्यटकों को हवाई यात्रा की सुविधा उपलब्ध होने से पर्यटकों की संख्या में काफी बढ़ोत्तरी की उम्मीद की जा रही है। इसके विस्तार के लिए भूमि क्रय पर करीब 274.22 करोड़ रुपये खर्च होने की उम्मीद है।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। पर्यटकों की सुविधा व प्रदेश में ईको-पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लखीमपुर-खीरी में हवाई अड्डा के विस्तार की योजना पर काम तेज कर दिया गया है। इसके लिए 265.19 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है। अभी तक 60 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है।
सीएम योगी ने दिए थे विस्तार के निर्देश
इस हवाई अड्डे के विस्तार के बाद दुधवा राष्ट्रीय उद्यान में आने के लिए पर्यटकों को हवाई यात्रा की भी सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लखीमपुर-खीरी के पलिया कलां में स्थित हवाई अड्डे के विस्तार के निर्देश दिए थे। इस संबंध में कैबिनेट की बैठक में भी प्रस्ताव स्वीकृत किया जा चुका है। इसके बाद जिला प्रशासन ने भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया तेज कर दी है।
पर्यटकों की संख्या में होगी बढ़ोत्तरी
पलिया में वर्ष 1996 में 1,753 मीटर लंबी व 50 मीटर चौड़ी हवाई पट्टी का निर्माण किया गया था। ईको-पर्यटन के मद्देनजर पलिया के पास ही स्थित दुधवा राष्ट्रीय उद्यान में आने वाले पर्यटकों को हवाई यात्रा की सुविधा उपलब्ध होने से पर्यटकों की संख्या में काफी बढ़ोत्तरी की उम्मीद की जा रही है। इसके विस्तार के लिए भूमि क्रय पर करीब 274.22 करोड़ रुपये खर्च होने की उम्मीद है।
60 प्रतिशत अधिग्रहण का काम पूरा
सरकार की कोशिश है कि इस हवाई अड्डे का विस्तार कर कम से कम 72 सीटों वाले विमान को उतरने लायक बनाया जाए। पिछले सत्र में दुधवा में 56 हजार से ज्यादा पर्यटकों ने भ्रमण किया था। राजस्व विभाग नियमित तौर पर भूमि अधिग्रहण के कार्यों की समीक्षा कर रहा है। लखीमपुर-खीरी की जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल ने बताया कि भूमि अधिग्रहण का 60 प्रतिशत कार्य पूरा किया जा चुका है। बाकी भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पर तेजी से काम किया जा रहा है।
ईडी ने स्मारक घोटाले में विजिलेंस से मांगी स्टेटस रिपोर्ट
लखनऊ : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) बसपा सरकार में हुए 1400 करोड़ रुपये के स्मारक घोटाले में कई बिंदुओं पर अपनी पड़ताल को आगे बढ़ा रहा है। मार्बल की सप्लाई के लिए चहेतों को काम दिए जाने व ओवर रेटिंग के बिंदु को लेकर ईडी और जानकारियां जुटा रहा है।
ईडी ने स्मारक घोटाले की पहले से जांच कर सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) से स्टेटस रिपोर्ट भी मांगी है। मामले में कोर्ट में दाखिल किए जा चुके आरोप पत्रों व पूर्व मंत्रियों, अधिकारियों व ठेकेदारों की भूमिका को लेकर जांच में सामने आए तथ्यों की जानकारियां भी जुटाई जा रही हैं।
सूत्रों का कहना है कि विजिलेंस स्टेटस रिपोर्ट भेजने की तैयारी कर रहा है। ईडी ने स्मारक घोटाले में तत्कालीन खनन निदेशक रामबोध मौर्य, बसपा सरकार में प्रमुख सचिव, अावास व शहरी नियोजन रहे मोहिंदर सिंह व लखनऊ विकास प्राधिकरण के तत्कालीन उपाध्यक्ष हरभजन सिंह से पूछताछ की है।