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हरियाणा में कदम खींचे, जम्मू व कश्मीर में बसपा और रालोद से पिछड़ी अखिलेश की साइकिल; समझिए वोटो का गणित

समाजवादी पार्टी को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा है। पार्टी को सभी 20 सीटों पर महज 8300 वोट मिले जो कि कुल मत का 0.14 प्रतिशत है। बसपा को इस चुनाव में 0.96 प्रतिशत वोट मिले। सपा को सबसे ज्यादा 1695 वोट बांदीपोरा सीट पर मिले। वहीं वगूरा क्रीरी में सपा के 366 वोटों के मुकाबले 2587 मत पाकर जनता दल यूनाइटेड आगे निकल गई।

By Nishant Yadav Edited By: Aysha Sheikh Updated: Tue, 08 Oct 2024 09:44 PM (IST)
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अखिलेश यादव और जयंत चौधरी - फाइल फोटो।
निशांत यादव/जासं, लखनऊ। लोकसभा चुनाव के परिणाम से उत्साहित सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के पार्टी को राष्ट्रीय दर्जा दिलाने के प्रयासों को मंगलवार को झटका लगा है। हरियाणा में 17 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी करने वाली सपा ने अंतिम समय में अपने कदम पीछे खींच लिए। जम्मू व कश्मीर सपा ने 20 सीटों पर उम्मीदवार तो उतारे, लेकिन सभी की जमानत जब्त हो गई। लैपटाप चुनाव चिन्ह लेकर मैदान में उतरी सपा की साइकिल जम्मू व कश्मीर में कुछ सीटों पर बसपा, रालोद और जनता दल यूनाइटेड से भी पिछड़ गयी।

जम्मू-कश्मीर में पहले चरण का मतदान होने के बाद सपा ने दूसरे और तीसरे चरण के लिए 28 सीटों को टिकट दिया था। इसमें 20 प्रत्याशियों  के नामांकन वैध पाए गए, अवैद्य होने के कारण शेष खारिज हो गए थे। पार्टी ने जम्मू संभाग में 15 और कश्मीर की पांच सीटों पर चुनाव लड़ा।

सपा को बारामुला सीट पर 0.88 प्रतिशत, बांदीपोरा में 2.28 प्रतिशत, वगूरा क्रीरी में 0.82 प्रतिशत, करनाह 1.78 प्रतिशत, नगरोटा 0.19 प्रतिशत, कुपवाड़ा 0.95, गुलमर्ग 0.52 प्रतिशत तक ही वोट मिले। सपा को सभी 20 सीटों पर लगभग 8300 वोट मिले जो कि कुल मत का 0.14 प्रतिशत है। इस चुनाव में बसपा को 0.96 प्रतिशत वोट हासिल हुए।

सपा ने वर्ष 2008 में 36 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था और उसे 24194 वोटों के साथ 0.61 प्रतिशत वोट मिले थे। इसी तरह वर्ष 2014 के चुनाव में कश्मीर की सात विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने वाली सपा को 4985 वोट मिले तो जो कि 0.10 प्रतिशत था।

इन सीटों पर संघर्ष करती रही सपा

सपा को सबसे ज्यादा 1695 वोट बांदीपोरा सीट पर मिले। वहीं, वगूरा क्रीरी में सपा के 366 वोटों के मुकाबले 2587 मत पाकर जनता दल यूनाइटेड आगे निकल गई। पट्टन में सपा को 326 वोट मिले तो 644 वोट आरएलडी के खाते में आए।

रफीयाबाद में भी सपा को 396, आरएलडी को 549 वोट मिले। हालांकि बारामूला में सपा को 604, जनतादल यूनाइटेड 390 और रालोद को 352 वोट मिले। वहीं, नगरोटा में सपा को 144 तो बसपा उम्मीदवार को 791 वोट मिल गए। विजयपुर में भी बसपा से सपा पिछड़ी। यहां सपा को 200 और बसपा को 544 वोट मिले, जबकि 320 लोगों ने नोटा दबाया। चेनानी में सपा को 223 और बसपा को 457 वोट मिले। सपा को करनाह सीट पर 735,कुपवाड़ा में 591,

गुलमर्ग में 342, त्रेहगाम में 462, लोलाब में 426, उधमपुर पश्चिम में 288, हजरतबल में 342, बीरवाह में 367, हब्बाकदल में 100 और ईदगाह सीट पर 110 वोट मिले।

गायब रहे स्टार प्रचारक

जम्मू व कश्मीर में चुनाव प्रचार के लिए सपा ने सांसद अवधेश प्रसाद, धर्मेंद्र यादव सहित 13 नेताओं की सूची चुनाव आयोग को सौंपी थी। सपा के जम्मू व कश्मीर के प्रदेश अध्यक्ष जियालाल वर्मा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का समय भी जनसभा के लिए मांगा था। बाड़े नेता प्रचार से दूर रहे।

एमपी की तरह हरियाणा में भी रखा दूर

कांग्रेस के साथ गठबंधन करने का प्रयास सपा ने मध्य प्रदेश की तरह हरियाणा में भी किया था। हरियाणा के सपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह भाटी का कहना है कि उन्होंने अहीरवाल क्षेत्र की 17 सीटों पर प्रत्याशी उतारने की तैयारी की थी। इसके बाद पांच सीटों पर कांग्रेस से गठबंधन की बात चली और अंत में एक भी सीट नहीं मिली। कांग्रेस ने अति उत्साह में गठबंधन नहीं किया। इसका असर दक्षिणी हरियाणा की यादव बहुल सीटों पर पड़ा।

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