'प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकराना अखिलेश की मजबूरी', योगी के मंत्री नंद गोपाल नंदी ने क्यों कही ये बात?
नंदी ने बुधवार को सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि सपा हिंदू विरोध और तुष्टिकरण की बुनियाद पर खड़ी है। आपके पुरखों से आपको कुर्सी के साथ सनातन विरोध का डीएनए भी विरासत में मिला है। वैसे भी जिसका दामन निर्दोष और निरपराध रामभक्तों के खून से सना हुआ है उसके आने से प्राण प्रतिष्ठा का पवित्र समारोह दूषित ही होता।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकराने पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर कटाक्ष किया है। नंदी ने कहा कि 500 वर्षों की कठिन तपस्या और कड़े संघर्षों के बाद श्री अयोध्या धाम में बन रहे भव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जहां करोड़ों सनातनियों में जबर्दस्त उत्साह है वहीं, अखिलेश ने निमंत्रण ठुकराकर यह साबित कर दिया कि सपा न केवल हिंदू विरोधी है बल्कि तुष्टीकरण की राजनीति भी करती है। नंदी ने कहा कि अखिलेश ने अपनी इच्छा से नहीं बल्कि मजबूरी में निमंत्रण ठुकराया है।
नंदी ने बुधवार को सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि सपा हिंदू विरोध और तुष्टिकरण की बुनियाद पर खड़ी है। आपके पुरखों से आपको कुर्सी के साथ सनातन विरोध का डीएनए भी विरासत में मिला है। वैसे भी जिसका दामन निर्दोष और निरपराध रामभक्तों के खून से सना हुआ है, उसके आने से प्राण प्रतिष्ठा का पवित्र समारोह दूषित ही होता।यह भी पढ़ें: Ram Mandir: सपा प्रमुख अखिलेश यादव को मिला प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण, लेकिन कह दी ये बात, जिन्हें जानते ही नहीं उनसे कोई...
'...आपने स्वयं अपनी राजनैतिक कब्र खोदी है'
नंदी ने कहा कि याद रखिए वोट बैंक को खुश करने के चक्कर में प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के आमंत्रण का अनादर करके आपने स्वयं अपनी राजनैतिक कब्र खोदी है।यह भी पढ़ें: 'रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का न्योता ठुकराकर कांग्रेस ने...', यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने क्या कहा?
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