'जो लोग चुनावी चंदे के नाम पर करोड़ों रुपए खा सकते हैं, वो...', UGC-NET की परीक्षा रद्द होने पर अखिलेश ने सरकार को घेरा
18 जून को ही नेट की परीक्षा हुई थी। यूजीसी को गृह मंत्रालय से पेपर आउट होने का इनपुट मिला जिसके बाद परीक्षा को रद्द कर दिया गया है। परीक्षा रद्द किए जाने के बाद अब विपक्ष बीजेपी सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस के बाद अब समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मामले में सरकार को घेरा है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। UGC-NET 2024 की परीक्षा रद्द किए जाने के बाद अब विपक्ष बीजेपी सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस के बाद अब समाजवादी पार्टी ने इस मामले में सरकार को घेरा है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा कि भाजपा के राज में पेपर माफिया एक के बाद एक, हर एग्जाम में धांधली कर रहा है। ये देश के खिलाफ किसी की बड़ी साजिश भी हो सकती है।
बता दें, 18 जून को ही नेट की परीक्षा हुई थी। यूजीसी को गृह मंत्रालय से पेपर आउट होने का इनपुट मिला, जिसके बाद परीक्षा को रद्द कर दिया गया है। यह परीक्षा भी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) कराती है। केंद्र सरकार ने मामले की जांच सीबीआई को सौंपी है।
नीट पर चल रहे विवाद के बीच यूजीसी-नेट की परीक्षा रद्द किए जाने के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा, ''…और अब गड़बड़ी की ख़बर के बाद UGC- NET की परीक्षा भी रद्द कर दी गयी है। भाजपा के राज में पेपर माफ़िया एक के बाद एक, हर एग्ज़ाम में धांधली कर रहा है। ये देश के ख़िलाफ़ किसी की बड़ी साज़िश भी हो सकती है।''
अखिलेश यादव ने आगे लिखा...
गहरी बात समझिए: - पुलिस भर्ती की परीक्षा का पेपर लीक होगा तो क़ानून-व्यवस्था नहीं सुधरेगी। जिससे देश-प्रदेश में अशांति और अस्थिरता बनी रहेगी। NEET की परीक्षा में घपला होगा तो ईमानदार लोग डॉक्टर नहीं बन पाएंगे और देश के लोगों के इलाज के लिए भविष्य में डॉक्टरों की कमी और बढ़ जाएगी और बेईमान लोग, जनता के जीवन के लिए ख़तरा बन जाएंगे।
UGC-NET परीक्षा न होने से, पहले से शिक्षकों की जो कमी चली आ रही है, उसमें और भी ज़्यादा इज़ाफ़ा होगा। शिक्षकों की कमी से देश के मानसिक विकास में बाधा उत्पन्न होगी, जो कालांतर में देश के लिए बेहद घातक साबित होगी।इन सबसे प्रशासन के साथ-साथ स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था चौपट हो जाएगी। ये हमारे देश के शासन-प्रशासन व देश के मानव संसाधन के विरूद्ध कोई बहुत बड़ा षड्यंत्र भी हो सकता है, जिसके दूरगामी नकारात्मक परिणाम निकलेंगे। इसीलिए कोर्ट की निगरानी में इसकी कठोर जांच हो और दोषियों को कठोरतम सज़ा दी जाए, और कोई भी अपराधी छोड़ा न जाए, फिर वो चाहे कितना भी बड़ा क्यों न हो या फिर उसके सिर पर सत्ता का हाथ ही क्यों न हो।
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