'जात देखकर जान ले ली गई', सुलतानपुर एनकाउंटर पर अखिलेश यादव ने उठाए सवाल, लगाए गंभीर आरोप
सुलतानपुर में एनकाउंटर में डकैत मंगेश यादव ढेर कर दिया गया। इस एनकाउंटर को लेकर अखिलेश ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा लगता है सुलतानपुर की डकैती में शामिल लोगों से सत्ता पक्ष का गहरा संपर्क था इसीलिए तो नकली एनकाउंटर से पहले ‘मुख्य आरोपी’ से संपर्क साधकर सरेंडर करा दिया गया और अन्य सपक्षीय लोगों के पैरों पर सिर्फ दिखावटी गोली मारी गयी और ‘जात’ देखकर जान ली गयी।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सुलतानपुर एनकाउंटर को लेकर सवाल उठाते हुए सत्ता पक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अखिलेश ने कहा कि लगता है सुलतानपुर की डकैती में शामिल लोगों से सत्ता पक्ष का गहरा संपर्क था, इसीलिए तो नकली एनकाउंटर से पहले ‘मुख्य आरोपी’ से संपर्क साधकर सरेंडर करा दिया गया और अन्य सपक्षीय लोगों के पैरों पर सिर्फ दिखावटी गोली मारी गयी और ‘जात’ देखकर जान ली गयी।
अखिलेश ने एक्स पर लिखा, ''जब मुख्य आरोपी ने सरेंडर कर दिया है तो लूट का सारा माल भी पूरा वापस होना चाहिए और सरकार को मुआवज़ा अलग से देना चाहिए क्योंकि ऐसी घटनाओं का जो मानसिक आघात होता है उससे उबरने में बहुत समय लगता है, जिससे व्यापार की हानि होती है, जिसकी क्षतिपूर्ति सरकार करे।''
'रक्षक को भक्षक बना देते हैं नकली एनकाउंटर'
सपा प्रमुख ने आगे लिखा, ''नकली एनकाउंटर रक्षक को भक्षक बना देते हैं। समाधान नक़ली एनकाउंटर नहीं, असली क़ानून-व्यवस्था है। भाजपा राज अपराधियों का अमृतकाल है। जब तक जनता का दबाव व आक्रोश चरम सीमा पर नहीं पहुँच जाता है, तब तक लूट में हिस्सेदारी का काम चलता रहता है और जब लगता है जनता घेर लेगी तो नक़ली एनकाउंटर का ऊपरी मरहम लगाने का दिखावा होता है। जनता सब समझती है कि कैसे कुछ लोगों को बचाया जाता है और कैसे लोगों को फँसाया जाता है।''यह भी पढ़ें: सुलतानपुर में ज्वैलर्स की दुकान में डकैती का आरोपी मुठभेड़ में ढेर, एक लाख रुपये का था इनाम
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