Move to Jagran APP

अखिलेश का बड़ा आरोप- यूपी उपचुनाव में धांधली हुई, बोले- 'सपा के मतदाता बूथों तक पहुंचे ही नहीं, उन्हें रोका गया'

उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव के नतीजों पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने बड़ा सवाल उठाया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि मतदान के दिन वोटरों को रोका गया और बूथ एजेंटों को बाहर निकाल दिया गया। ऐसे में सवाल उठता है कि फिर वोट किसने डाला? अखिलेश ने कहा कि बड़े पैमाने पर समाजवादी पार्टी के लोगों को वोट डालने से रोका गया।

By Sakshi Gupta Edited By: Sakshi Gupta Updated: Sun, 24 Nov 2024 02:04 PM (IST)
Hero Image
अखिलेश ने कहा कि ये उपचुनाव निष्पक्ष नहीं है। (तस्वीर जागरण)
जागरण संवाददाता, लखनऊ। यूपी की 9 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को हुए उपचुनाव के बाद कउंटिंग 23 नवंबर को हुई। नतीजों में भाजपा को 7 सीटें मिलीं तो सपा को सिर्फ दो सीटों पर ही संतोष करना पड़ा।

मतदान के दिन कई विधानसभा क्षेत्रों में बवाल की खबरें सामने आई थीं। उस दिन सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी एक्स से कई सारे वीडियो पोस्ट किए थे। अब अखिलेश ने नतीजों को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ा आरोप लगाया है। सपा मुखिया ने कहा, 'मतदान के दिन वोटरों को रोका गया, बूथ एजेंट को बाहर निकाल दिया गया, तो फिर वोट किसने दिया?'

अखिलेश का बड़ा सवाल- वोट किसने डाला

उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव के नतीजों पर अखिलेश यादव ने कहा, 'चुनाव के दिन लगातार बहुत सारे वीडियो मिल रहे थे, जिसकी जानकारी हम आपको दे रहे थे और सोशल मीडिया के माध्यम से चुनाव आयोग और संबंधित अधिकारियों को जानकारी दी जा रही थी। मैंने कुंदरकी से हमारे समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी का वीडियो देखा, जब वो वोट डालने निकले तो उन्हें जानकारी मिली कि उनके बूथ एजेंट को निकाल दिया गया है। जिस तरह से पुलिस प्रशासन ने व्यवहार किया, उनकी मंशा थी कि कोई भी समाजवादी पार्टी का एजेंट बूथ पर न रहे।'

अखिलेश ने आरोप लगाया कि बड़े पैमाने पर समाजवादी पार्टी के लोग जहां भी वोट डालने जाना चाहते थे, उन्हें रास्ते में ही रोक दिया गया, अगर हम मान लें कि वोटरों को रोका गया, तो अगर समाजवादी पार्टी के मतदाता उन बूथों पर नहीं पहुंचे तो वोट किसने डाला?

इसे भी पढ़ें- ‘पीडीए’ पर क्यों भारी पड़ा योगी का ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ फॉर्मूला, इसके बलबूते सपा ने खूब दौड़ाई थी साइकिल… भाजपा ने कर दी पंक्चर!

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।