UP Politics : अखिलेश यादव बोले- हम पिछड़े नहीं थे लेकिन अगड़े लोगों की साजिश ने हमें पिछड़ा बनाया
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा में जो भी पिछड़े नेता हैं वह सब वहां नौकरी कर रहे हैं। केशव प्रसाद मौर्य का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि नेता एक बड़ा पद पाता है फिर उससे बड़े पद पर बैठाया जाता है। मगर इनके साथ ऐसा नहीं हुआ। चलिए इन्हें तो स्टूल नसीब भी हो गया लेकिन उन्हें (ओम प्रकाश राजभर की ओर इशारा) यह भी नसीब नहीं हुआ।
By Ashish Kumar TrivediEdited By: Mohammed AmmarUpdated: Mon, 21 Aug 2023 09:49 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को कहा कि मानवता राष्ट्रवाद से भी बड़ी होती है। यह मानवता तभी बनी रह सकती है जब पिछड़ों व शोषितों को उनका हक मिले और इसके लिए जातीय जनगणना जरूरी है।
इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में सपा के महासम्मेलन में उन्होंने जातीय जनगणना के मुद्दे को जोर-शोर से धार दी। उन्होंने कहा कि गुरुदेव रवीन्द्र नाथ टैगोर ने मानवता काे राष्ट्रवाद से यूं ही बड़ा नहीं बताया है।
पिछड़े समाज में जन्में महापुरुषों के विचार एवं वर्तमान राजनीतिक परिवेश में उनकी प्रासंगिकता विषय पर आयोजित इस महासम्मेलन में अखिलेश ने कहा कि सामाजिक न्याय के लिए जातीय जनगणना जरूरी है और सपा सत्ता में आई तो इसे तत्काल कराएगी। भले ही इसके लिए हमें कोई जातिवादी कहे। हम तो अपनी भलाई की बात करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि हम पिछड़े नहीं थे लेकिन अगड़े लोगों की साजिश ने हमें पिछड़ा बनाया।
अब इससे मुकाबला करने के लिए ही हमने पीडीए (पिछड़ा-दलित-अल्पसंख्यक) बनाया है। यही वह आबादी है जिसने देश में सबसे ज्यादा आभाव व परेशानी झेली। अब यह पीडीए ही इंडिया यानी देश को बनाएगा। जब से आइएनडीआइए (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) बना है, भाजपा की नींद उड़ गई है।वह घबराई हुई है और आपको गुमराह करने के लिए तरह-तरह के हथकंडे चल रही है। उससे आपको सावधान रहना होगा। इस महासम्मेलन में सैनी, मौर्य, शाक्य व कुशवाहा समाज के लोगों को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था। अखिलेश ने कहा कि राजनीति की चाबी से ही सारे ताले खुलते हैं। आप अपनी राजनीतिक हैसियत बनाने के लिए एकजुट रहिए और सरकार बनने पर हम आपके समाज को पूरा सम्मान व प्रतिनिधित्व देंगे।
कार्यक्रम में सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि वर्ष 1931 में अंतिम बार जातीय जनगणना हुई थी। तब पिछड़ी जातियाें की आबादी 52 प्रतिशत थी। तब हमें 27 प्रतिशत आरक्षण दिया गया। अब जाट, गुर्जर और पसमांदा मुसलमान आदि इसमें और बढ़ गए हैं।ऐसे में अब हमारी आबादी 70 प्रतिशत से अधिक है। ऐसे में अब आरक्षण कोटा और अधिक बढ़ाया जाना चाहिए। भाजपा की सरकार निजीकरण को बढ़ावा देकर आरक्षण को खत्म करने में जुटी हुई है। राष्ट्रीय संपत्तियों को बेच रही है। यह जातीय जनगणना नहीं करना चाहते। अखिलेश ही भाजपा से मुकाबला कर सकते हैं। महासम्मेलन के संयोजक व बिजनौर की नूरपुर सीट से सपा विधायक राम अवतार सैनी ने कहा कि सैनी, मौर्य, शाक्य व कुशवाहा जातियों की आबादी 14 प्रतिशत से अधिक है। यही भाजपा की जान है और अगर यह उससे निकल जाएं तो उसकी जान निकल जाएगी। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता
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