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Akhilesh Yadav: 'हम लोकसभा में...' अखिलेश यादव ने बता दिया अपना 'फ्यूचर प्लान', नए सांसदों को दी ये नसीहत

Akhilesh Yadav सपा प्रदेश मुख्यालय में संसदीय दल की पहली बैठक में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को लोकसभा में संसदीय दल का नेता चुना गया। उन्होंने सभी सांसदों को जीत की बधाई देते हुए कहा कि इतनी भीषण गर्मी में सुबह से रात तक लगातार मेहनत करने का परिणाम अच्छा रहा। हमने जनता के मुद्दे उठाए और जनता ने समझा।

By Shobhit Srivastava Edited By: Aysha Sheikh Updated: Sun, 09 Jun 2024 08:44 AM (IST)
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Akhilesh Yadav: 'हम लोकसभा में...' अखिलेश यादव ने बता दिया अपना 'फ्यूचर प्लान', नए सांसदों को दी ये नसीहत

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव अब केंद्र की राजनीति करेंगे। उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कन्नौज से लोकसभा का चुनाव जीता है। वह मैनपुरी की करहल विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र देंगे।

सपा संसदीय दल की बैठक में शनिवार को अखिलेश यादव ने कहा कि हम अब देश में तीसरे नंबर की पार्टी बन गए हैं इसलिए हमारी जिम्मेदारी और बढ़ गई है। हम लोकसभा में जनता के मुद्दों को मजबूती से उठाएंगे। लोकसभा चुनाव के परिणाम ने सांप्रदायिकता को सदैव के लिए महत्वहीन कर दिया है। अब हमें वर्ष 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारी करनी होगी।

सपा प्रदेश मुख्यालय में संसदीय दल की पहली बैठक में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को लोकसभा में संसदीय दल का नेता चुना गया। उन्होंने सभी सांसदों को जीत की बधाई देते हुए कहा कि इतनी भीषण गर्मी में सुबह से रात तक लगातार मेहनत करने का परिणाम अच्छा रहा।

हमने जनता के मुद्दे उठाए और जनता ने समझा। यह आइएनडीआइए व पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) की जीत है। सकारात्मक राजनीति का दौर शुरू हुआ है। जनता के मुद्दों की जीत हुई है। हमारी कोशिश रहेगी कि हम जनता की बात लोकसभा में मजबूती से रखें।

अखिलेश यादव ने सांसदों को नसीहत देते हुए कहा कि जनता की समस्याएं उठाएं और नियमित रूप से क्षेत्र की जनता के संपर्क में रहें। उन्होंने पहली बार चुने गए सांसदों से कहा कि आप सभी सदन में ज्यादा से ज्यादा समय दें और अनुभवी नेताओं को ध्यान से सुनें। जनता के हितों से जुड़े हुए सवाल लगाएं। उन्होंने यह भी कहा कि जनता ने हमारी नीतियों का समर्थन किया है।

हमें जनता की भावनाओं का ध्यान रखना होगा। जनता की सेवा ही सर्वोपरि है। भाजपा को जनता ने नकार दिया है। सपा संसदीय दल की बैठक में प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव, राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव, डिंपल यादव, पूर्व सांसद उदय प्रताप सिंह, मुख्य प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।

शिवपाल सिंह यादव हो सकते हैं नेता प्रतिपक्ष

अखिलेश यादव के नेता प्रतिपक्ष का पद छोड़ने के बाद शिवपाल सिंह यादव को यह जिम्मदारी दी जा सकती है। शिवपाल यादव वर्ष 2009 से 2012 तक नेता विरोधी दल रह चुके हैं। छह बार से विधायक शिवपाल ही इस पद के सबसे मजबूत दावेदार हैं। सपा वर्ष 2027 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए जातीय समीकरण भी साध रही हैं। ऐसे में इस पद के लिए पार्टी अति पिछड़े व दलित नेता के नाम पर भी विचार कर रही है। इनमें इन्द्रजीत सरोज व राम अचल राजभर का नाम भी चल रहा है।

करहल से लड़ सकते हैं तेजप्रताप

मैनपुरी : सपा मुखिया अखिलेश यादव के कन्नौज से सांसद बनने के बाद करहल विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव की घोषणा जल्द होने की संभावना है। करहल से से सपा की टिकट के दावेदारों में पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव का नाम सबसे आगे है। तेज प्रताप यादव को अखिलेश यादव ने इस लोकसभा चुनाव में कन्नौज सीट से प्रत्याशी बनाया था, लेकिन कार्यकर्ताओं के अनुरोध पर उन्होंने तेज प्रताप के स्थान पर खुद चुनाव लड़ने का फैसला किया था।

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