Digital Arrest Fraud: लखनऊ में डिजिटल अरेस्ट का एक और मामला, अब रिटायर्ड इंजीनियर से ठगे छह लाख रुपये
राजधानी लखनऊ के एक सेवानिवृत्त इंजीनियर को साइबर जालसाजों ने डिजिटल अरेस्ट कर छह लाख रुपये ठग लिए। फोनकर्ता ने खुद को महाराष्ट्र पुलिस का अधिकारी बताया। कहा कि उनके मोबाइल नंबर का गलत प्रयोग किया गया है। इससे देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त लोगों से बातचीत की गई है। इसके बाद उनको डिजिटल अरेस्ट कर लिया। इंस्पेक्टर राजेश त्रिपाठी ने बताया कि मुकदमा दर्जकर जांच की जा रही है।
जागरण संवाददाता, लखनऊ। गोमतीनगर निवासी सेवानिवृत्त इंजीनियर को साइबर जालसाजों ने डिजिटल अरेस्ट कर छह लाख रुपये ठग लिए। गोमतीनगर के विपुलखंड-3 निवासी गोपाल कृष्ण विकास प्राधिकरण से सेवानिवृत्त इंजीनियर हैं।
गोपाल कृष्ण ने बताया कि चार सितंबर की सुबह उनके पास फोन आया। फोनकर्ता ने खुद को महाराष्ट्र पुलिस का अधिकारी बताया। कहा कि उनके मोबाइल नंबर का गलत प्रयोग किया गया है। इससे देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त लोगों से बातचीत की गई है। इसके बाद उनको डिजिटल अरेस्ट कर लिया। जालसाजों ने उनसे छह लाख रुपये महादेव इंटरप्राइजेज के बंधन बैंक डाकसन रोड शाखा के खाते में ट्रांसफर करवा लिए। इंस्पेक्टर गोमतीनगर राजेश त्रिपाठी ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
बहुखंडी मंत्री आवास स्थित जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के कार्यकर्ता निर्भय सिंह से जालसाजों ने 88,581 रुपये ठग लिए। निर्भय के मुताबिक उन्होंने 22 अगस्त को ब्लिंकिट से सामान आर्डर किया था। जिसका पेमेंट भी कर दिया था, लेकिन डिलीवरी ब्वाय ने बताया कि पेमेंट शो नहीं कर रहा है। इसके बाद कहा कि दो बार भुगतान हो गया है, जो वापस आ जाएगा। दूसरे दिन हेल्पलाइन नंबर पर काल की। इसके बाद जालसाज ने रिफंड की प्रक्रिया का झांसा देकर खाते से 88,581 रुपये निकाल लिए। पीड़ित ने हजरतगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया है।
जनसत्ता दल के कार्यकर्ता से ठगी
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