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NDA में घमासान! अनुप्रिया पटेल ने CM Yogi को चिट्ठी लिख कर दी ये मांग, यूपी में नियुक्तियों पर उठाए सवाल

केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने साक्षात्कार के आधार पर मिलने वाली नौकरियों में पिछड़े और दलितों की अनदेखी करने का मुद्दा उठाया है। उन्होंने लिखा कि प्रदेश सरकार की साक्षात्कार वाली नियुक्तियों में ओबीसी अनुसूचित जाति और जनजाति के अभ्यर्थियों का चयन नहीं किया जाता है। अनुरोध किया कि ओबीसी अभ्यर्थियों की नियुक्ति को लेकर भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए।

By Jagran News Edited By: Aysha Sheikh Published: Fri, 28 Jun 2024 06:36 PM (IST)Updated: Fri, 28 Jun 2024 06:36 PM (IST)
अनुप्रिया पटेल ने CM Yogi को लिखी चिट्ठी - जागरण ग्राफिक्स

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में यूपी में मिली करारी हार से भाजपा उभर भी नहीं सकी और अब एनडीए में घमासान शुरू हो गया है। केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है, जिसमें अनुरोध किया गया है कि ओबीसी अभ्यर्थियों की नियुक्ति को लेकर भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए।

केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने साक्षात्कार के आधार पर मिलने वाली नौकरियों में पिछड़े और दलितों की अनदेखी करने का मुद्दा उठाया है। उन्होंने लिखा कि प्रदेश सरकार की साक्षात्कार वाली नियुक्तियों में ओबीसी, अनुसूचित जाति और जनजाति के अभ्यर्थियों का चयन नहीं किया जाता है। उन्हें योग्य नहीं है (not found suitable) कहकर छांट दिया जाता है।

बाद में इस पद को अनारक्षित घोषित कर दिया जाता है। अनुप्रिया ने आग्रह किया कि इस व्यवस्था पर तत्काल रोक लगाते हुए आवश्यक कार्रवाही की जाए। उन्होंने सीएम को अभ्यर्थियों में उत्पन्न हो रहे आक्रोश से भी अवगत कराया।

अनुप्रिया पटेल ने की मांगें

केंद्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अनुरोध किया है कि चाहे जितनी बार भी नियुक्ति प्रक्रिया अपनानी पड़े, लेकिन हर हाल में यह सीटें पिछड़े वर्ग और अनुसूचित जाति/जनजाति से भारी जाएं। कहा कि इसे योग्य नहीं है (not found suitable) बताकर, अनरिजर्व्ड न कर दिया जाए।

अनुप्रिया पटेल ने अनुरोध किया कि आवश्यक प्रावधान करते हुए सिर्फ साक्षात्कार आधारित नियुक्ति प्रक्रिया वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में पिछड़े वर्ग और अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग हेतु आरक्षित पदों को सिर्फ इन्ही वर्गों से आने वाले अभ्यर्थियों से भरा जाना चाहिए, चाहे इसके लिए जितनी भी बार नियुक्ति प्रक्रिया करनी पड़े।

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