पीएम के कार्यक्रम में बम विस्फोट का किया था प्रयास, NIA कोर्ट में सुनवाई के दौरान हुआ खुलासा, जानें पूरा मामला
UP Crime NIA व ATS की विशेष अदालत में हुई सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष से कई रहस्यमयी तथ्य कोर्ट के सामने रखे गए जो कि वाकई चौंकाने वाले थे। इन रहस्यों में एक यह भी रहा कि कानपुर में हिंदू की हत्या करने वाले आतंकियों ने 2016 में ही प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में बम विस्फोट का भी प्रयास किया था।
By Jagran NewsEdited By: Shivam YadavUpdated: Fri, 15 Sep 2023 08:53 AM (IST)
लखनऊ, जागरण टीम: कानपुर के चकेरी में एक हिंदू व्यक्ति पर हुए आतंकी हमले के आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई गई। NIA व ATS की विशेष अदालत में हुई सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष से कई रहस्यमयी तथ्य कोर्ट के सामने रखे गए, जो कि वाकई चौंकाने वाले थे। इन रहस्यों में एक यह भी रहा कि कानपुर में हिंदू की हत्या करने वाले आतंकियों ने 2016 में ही प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में बम विस्फोट का भी प्रयास किया था।
कानपुर में माथे पर तिलक और हाथ में कलावा देखकर सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य रमेश बाबू शुक्ला की हत्या करने वाले आतंकवादियों आतिफ मुजफ्फर और मोहम्मद फैसल को एनआईए व एटीएस की विशेष न्यायालय ने गुरुवार को फांसी की सजा सुनाई है।
दोषियों का अपराध की श्रेणी विरल में विरलतम: कोर्ट
न्यायाधीश दिनेश कुमार मिश्र ने दोनों पर 11 लाख 70 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। कोर्ट ने कहा कि दोषियों का अपराध विरल में विरलतम श्रेणी का है, इसे सामान्य हत्या की श्रेणी में नहीं रखा जा सकता।जानकारी के मुताबिक, बीते चार सितंबर को कोर्ट ने दोनों आतंकियों को दोषी करार दिया था और सजा सुनाने की तारीख 11 सितंबर तय की थी। 11 सितंबर को कोर्ट में हड़ताल की वजह से फैसला नहीं सुनाया जा सका।
प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में बम धमाके की भी कोशिश
अभियोजक अधिकारी एम के सिंह, कमल किशोर शर्मा व ब्रजेश कुमार यादव ने अभियुक्तों का आपराधिक इतिहास प्रस्तुत करते हुए बताया कि इन आतंकवादियों ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर वर्ष 2016 में दशहरा रैली के दौरान प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में बम विस्फोट करने का भी प्रयास किया था।
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