Move to Jagran APP

यूपी में उन्माद भड़काने की साज‍िश नाकाम, लखनऊ-हरदोई और बरेली में अराजक तत्‍वों की नापाक हरकत

Hindu Muslim Controversy in UP लखनऊ के लेटे हनुमान मंदिर में शनिदेव की मूर्ति खंडित करने वाला गिरफ्तार विरोध में धर्मध्वजा 10 फीट नीचे। हरदोई के सांडी में अराजकतत्वों ने मस्जिद गेट पर लिखा जय श्रीराम भड़के मुस्लिम समुदाय के लोग।

By Anurag GuptaEdited By: Updated: Thu, 08 Sep 2022 08:11 PM (IST)
Hero Image
बरेली की जामा मस्जिद से इमाम को भगाने के लिए मोहम्मद समद ने दी थी धमकी, गिरफ्तार।
लखनऊ, जागरण टीम। बुधवार की रात लखनऊ, इससे सटे जिले हरदोई और बरेली में अराजक तत्वों ने साम्प्रदायिक उन्माद भड़काने की असफल कोशिश की। लखनऊ में टीले वाली मस्जिद के निकट स्थित लेटे हुए हनुमान मंदिर में एक युवक तौफीक माथे पर टीका लगाकर पहुंचा और परिसर में लगी शनिदेव की प्रतिमा को खंडित कर दिया। जब यह घटना हुई तो पास ही दरिया वाली मस्जिद में एक धार्मिक आयोजन चल रहा था।

इसी तरह बुधवार की रात ही हरदोई जिले के सांडी कस्बे में एक मस्जिद के गेट पर जय श्रीराम का नारा लिख दिया। बुधवार शाम ही बरेली की जामा मस्जिद में एक व्यक्ति ने बम से उड़ाने की धमकी का पोस्टर चिपकाकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की। गुरुवार को सुबह लोगों को सूचना मिली तो आक्रोश फैल गया। रात से ही सक्रिय पुलिस ने भी त्वरित कार्रवाई करते हुए लखनऊ में तौफीक व बरेली में मोहम्मद समद को गिरफ्तार कर लिया।

लखनऊ में नहीं थमा आक्रोश 

लखनऊ : पक्का पुल के पास प्राचीन लेटे हनुमानजी मंदिर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने के विरोध में गुरुवार को मंदिर सेवा ट्रस्ट द्वारा धर्म ध्वजा को 10 फीट नीचे करके सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। ट्रस्ट के अध्यक्ष डा. विवेक तांगड़ी ने बताया कि यह धर्म के ऊपर हमला है, इस कारण हम लोगों ने धर्म ध्वजा को सांकेतिक रूप से नीचे किया है।

ट्रस्ट के सचिव पंकज सिंह भदौरिया और कोषाध्यक्ष ऋद्धि किशोर गौड़ ने कहा कि हम लोग सनातनी परंपरा का निर्वाह करते हुए सबको सद़बुद्धि हेतु हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे हैं। मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष डा. विवेक तांगड़ी ने जिलाधिकारी से मंदिर की सुरक्षा बढ़ाए जाने और अन्य मंदिरों की भी सुरक्षा की मांग की है। मंदिर के पुजारी अमर मिश्रा ने बताया कि बुधवार रात एक युवक पहुंचा, वह टीका लगाए था। पूछने पर उसने अपना नाम शिवा बताया और कहा कि मंदिर में दर्शन के लिए आया है।

इस बीच उसने ईंट मारकर शनिदेव की मूर्ति खंडित कर दी और ध्वज तोड़ दिया। पुजारी और लोगों ने उसे पकड़ा और पीट दिया। पुलिस ने जब थाने ले जाकर युवक से पूछताछ की तो उसने अपना नाम तौफीक अहमद बताया। एडीसीपी पश्चिम चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि आरोपित तौफीक को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसका मेडिकल परीक्षण कराया गया, जिसमें नशे की पुष्टि हुई। वह सीतापुर मिश्रिख के आठ गांव का रहने वाला है।

हरदोई में अज्ञात के खिलाफ एफआइआर दर्ज 

हरदोई : हरदोई के सांडी कस्बे के मुहल्ला नवाबगंज के निकट बिलग्राम चुंगी पर स्थित तंजीम मस्जिद में गुरुवार सुबह जब लोग पहुंचे तो गेट पर गेरुआ पेंट से जय श्रीराम लिखा देखकर दंग रह गए। सूचना के बाद कस्बे के मुस्लिम समुदाय के लोगों की भीड़ मौके पर एकत्र हो गई। एसपी मौके पर पहुंचे और मुस्लिम समाज के लोगों के साथ बैठक कर दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया।

सभी का कहना था कि ऐसा पहली बार हुआ है। सभी शांतिपूर्वक रहते हैं, लेकिन किसी अराजक तत्व ने अशांति फैलाने का प्रयास किया। निकाय चुनाव नजदीक हैं। ऐसे में यह किसी ने साजिश रची है। मोहम्मद शादाब खां की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर ली। कोतवाली में बैठक कर एसपी ने बताया कि सीसी कैमरों की फुटेज देखी जा रही है। जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

बरेली में बम रखने की धमकी

बरेली : जामा मस्जिद में बम रखने और इमाम खुर्शीद आलम को गोली मारने की धमकी देने वाला मोहम्मद समद बुधवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया। इमाम ने शरीयत का संदर्भ देकर ईद मिलादुन्नबी के जुलूस में साउंड सिस्टम बजाने से मना किया था। समद इसी बात पर रंजिश मान बैठा।

गुरुवार को उसने स्वीकारा कि मस्जिद की दीवार पर धमकी भरे पर्चे चिपकाकर इमाम को भगाना चाहता था। किला स्थित जामा मस्जिद की दीवारों पर बुधवार शाम छह बजे हस्तलिखित पर्चे देखे गए थे। इन पर लिखा था कि किसी जुमा (शुक्रवार) को मस्जिद में बम रख दिया जाएगा। इमाम खुर्शीद आलम को यहां से भगा दें अन्यथा गोली मार दी जाएगी।

पुलिस ने अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी लिखकर आरोपित की तलाश की तो पड़ोस में रहने वाले मोहम्मद समद के बारे में पता चला। पुलिस के अनुसार, उसने स्वीकारा कि इमाम से नाराज था। अगले महीने ईद मिलादुन्नबी का जूलूस होना है। इमाम सभी से कहते थे कि शरीयत शोर-शराबे की अनुमति नहीं देती इसलिए जुलूस में साउंड सिस्टम का उपयोग नहीं करें।

पिछले शुक्रवार को मस्जिद से इसकी घोषणा भी कर दी थी। वह चाहता था कि साउंड सिस्टम का उपयोग हो मगर, इमाम आड़े आ रहे थे। पुलिस के अनुसार, मोहम्मद समद कई दिन से साथियों के साथ देर रात तक जामा मस्जिद के आसपास घूमता था। बुधवार को सबसे पहले उसी पर शक होने पर थाने बुलाया। मोहम्मद समद से कागज पर लिखवाया गया तो हैंड राइटिंग से पुष्टि हो गई। एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज के अनुसार माहौल खराब करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।