बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी में बेड न मिलने पर तीमारदारों की डॉक्टरों से झड़प
बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी में सोमवार को एक मरीज को बेड नहीं मिलने पर तीमारदारों की डॉक्टरों से झड़प हो गई। दरअसल होल्डिंग एरिया में बेड खाली नहीं होने से डॉक्टर मरीज को भर्ती करने से इंकार कर रहे थे। जिस पर तीमारदारों की डॉक्टर से बहस हो गई।
लखनऊ, जेएनएन। बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी में सोमवार को एक मरीज को बेड नहीं मिलने पर तीमारदारों की डॉक्टरों से झड़प हो गई। दरअसल होल्डिंग एरिया में बेड खाली नहीं होने से डॉक्टर मरीज को भर्ती करने से इंकार कर रहे थे। इसी बात से नाराज होकर तीमारदार डॉक्टर से भिड़ गए। बवाल बढ़ने पर डॉक्टर ने मरीज को बिना बेड ही इमरजेंसी के होल्डिंग एरिया में भेज दिया। दोपहर करीब तीन बजे इमरजेंसी में परिवारजन मरीज को लेकर पहुंचे थे। बेड खाली न होने की बात कहकर अधिकांश मरीजों को लौटाया जाने लगा। एक तीमारदार अपने मरीज को भर्ती करने की जिद करने लगा। सीएमएस डॉ. आरके गुप्ता ने बताया कि होल्डिंग एरिया में करीब 40 बेड हैं। होल्डिंग एरिया फुल होने पर संदिग्ध मरीज को भर्ती करना मुश्किल होता है। वहां भर्ती मरीजों की रिपोर्ट आते ही उन्हें ओपीडी में शिफ्ट करा दिया जाता है। इसके बाद ही दूसरे मरीजों के लिए बेड खाली हो पाता है।
अस्पताल निर्माण में घटिया सामग्री मामले की सौंपी रिपोर्ट
काकोरी सीएचसी के पास निर्माणाधीन अस्पताल के छत निर्माण में मिट्टी युक्त घटिया सामग्री के उपयोग को लेकर जांच टीम ने रिपोर्ट सीएमओ को सौंप दी है। रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। काकोरी के बरगद तला वार्ड में ब्लॉक मुख्यालय व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद के पास कई माह से 50 बेड का सरकारी अस्पताल बन रहा है। ब्लॉक प्रमुख राम विलास ने घटिया निर्माण की शिकायत उच्च अधिकारियों से की थी। आरोप है कि जांच कमेटी कार्यदायी संस्था से मिलकर उसे क्लीन चिट देना चाह रही है। ब्लॉक प्रमुख का कहना है कि वह इस मामले को लेकर खुद मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री से मिलकर शिकायत दर्ज कराएंगे।