Ayushman Bharat: यूपी के ग्रामीण इलाकों को मिली सौगात- इन 23 जिलों में खोले जा रहे आईपीएचएल, यह मिलेगा लाभ
ओपीडी में दिखाने वाले लोगों को सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक और भर्ती मरीज को जरूरत के अनुसार दो बजे के बाद भी जांच की सुविधा दी जा रही है। पहले चरण में 23 जिला अस्पतालों में इंटीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब (आईपीएचएल) और ब्लॉक स्तर पर 87 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) पर ब्लाक पब्लिक हेल्थ यूनिट (बीपीएचयू) स्थापित की जा रही है।
By Jagran NewsEdited By: Shivam YadavUpdated: Fri, 29 Sep 2023 03:18 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। अब सरकारी अस्पतालों में लोगों को 24 घंटे जांच की सुविधा मिलेगी। अभी ओपीडी में दिखाने वाले लोगों को सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक और भर्ती मरीज को जरूरत के अनुसार दो बजे के बाद भी जांच की सुविधा दी जा रही है।
पहले चरण में 23 जिला अस्पतालों में इंटीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब (आईपीएचएल) और ब्लॉक स्तर पर 87 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) पर ब्लाक पब्लिक हेल्थ यूनिट (बीपीएचयू) स्थापित की जा रही है। प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत इन्हें स्थापित किया जा रहा है।
इन बीमारियों की हो सकेगी जांच
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम), उत्तर प्रदेश की मिशन निदेशक डाॅ. पिंकी जोवल की ओर से प्रत्येक आईपीएचएल को स्थापित करने के लिए 1.25 करोड़ रुपये का बजट जारी किया गया है। यानी 23 जिला अस्पतालों में कुल 28.75 करोड़ रुपये की लागत से इनका निर्माण होगा।
यहां कैंसर, हृदय रोग, डायबिटीज, मोतियाबिंद, अल्जाइमर, चिकनगुनिया व एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) सहित 115 तरह की जांचें हो सकेंगी। वहीं प्रत्येक बीपीएचयू को स्थापित करने के लिए 80.86 लाख रुपये दिए गए हैं। यानी 87 सीएचसी पर कुल 70.43 करोड़ रुपये से इनका निर्माण होगा। यहां कुल 63 तरह की जांच की जाएंगी।
ऑनलाइन जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराने की सुविधा
जिन जांचों की यहां पर सुविधा नहीं होगी उनके सैंपल यहां लिए जाएंगे और जांच के लिए जिला स्तरीय लैब में भेजे जाएंगे। लोगों को ऑनलाइन जांच रिपोर्ट भी उपलब्ध कराने की सुविधा रहेगी। फिलहाल, सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। पहले चरण में बड़े शहरों व जहां जांच का ज्यादा भार है उन्हें चुना गया है।
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