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Azam Khan News: 1980 में पहली बार विधायक बने थे आजम खां, 18वीं विधानसभा के लिए 10वीं बार चुने गए थे सदस्य

Azam Khan disqualified from UP Assembly समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में शामिल मोहम्मद आजम खां पहली बार वर्ष 1980 में आठवीं विधानसभा के सदस्य चुने गए थे। मौजूदा 18वीं विधानसभा के लिए इसी वर्ष हुए चुनाव में आजम 10वीं बार विधानसभा के सदस्य बने थे।

By Jagran NewsEdited By: Umesh TiwariUpdated: Fri, 28 Oct 2022 10:49 PM (IST)
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Azam Khan disqualified from UP Assembly: राज्यसभा और लोकसभा के सदस्य भी रहे हैं आजम खां।
Azam Khan disqualified from UP Assembly: लखनऊ, राज्य ब्यूरो। भड़काऊ भाषण देने के मामले में समाजवादी पार्टी विधायक मो. आजम खां को तीन साल की सजा मिलने के बाद अब उनकी विधानसभा सदस्यता भी चली गई है। चुनाव आयोग ने उनकी सदस्यता निरस्त कर दिया तो उत्तर प्रदेश विधानसभा सचिवालय ने उनकी विधानसभा सीट रामपुर को रिक्त घोषित कर दिया है और इसकी जानकारी चुनाव आयोग को भी भेज दी गई है।

राज्यसभा और लोकसभा के सदस्य भी रहे हैं आजम

समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में शामिल मोहम्मद आजम खां पहली बार वर्ष 1980 में आठवीं विधानसभा के सदस्य चुने गए थे। मौजूदा 18वीं विधानसभा के लिए इसी वर्ष हुए चुनाव में आजम 10वीं बार विधानसभा के सदस्य बने थे। अधिवक्ता रहे रामपुर निवासी आजम खां वर्ष 1996 में राज्यसभा के सदस्य तथा वर्ष 2019 में लोकसभा सदस्य भी चुने गए।

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पहली बार 1991 में आजम खां मंत्री बने

सपा के राष्ट्रीय महासचिव रहे 74 वर्षीय आजम खां मुलायम और अखिलेश सरकार में कई अहम विभागों के मंत्री रहे हैं। पहली बार 1991 में आजम मंत्री बने थे। विधानसभा में नेता विरोधी दल रहने के साथ ही विधानसभा की प्राक्कलन व याचिका समिति के सदस्य भी रहे। इसके अलावा माइनारिटीज फोरम आफ इंडिया के अध्यक्ष समेत कई अन्य पदों की भी आजम ने जिम्मेदारी संभाली है। मौलाना मो. अली जौहर ट्रस्ट के आजम ट्रस्टी भी रहे हैं।

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अब रामपुर में होगा उपचुनाव

रामपुर शहर विधानसभा सीट मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र है। इस सीट आजम खां का पुराना गढ़ मानी जाती है। अब इस सीट पर होने वाले उपचुनाव काफी दिलचस्प होगा। सवाल यह कि आजम खां के परिवार के किसी सदस्य को सपा प्रत्याशी बनाएगी या उनके परिवार के बाहर के व्यक्ति को टिकट मिलेगा। आजम खां का बेटा अब्दुल्ला आजम रामपुर जिले की ही स्वार सीट से विधायक हैं। संभव है कि सपा उनकी पत्नी व पूर्व सांसद तंजीन फातिम को उपचुनाव लड़ाए। वह पहले भी विधायक रह चुकी हैं।

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