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एक हफ्ते में खाली हो जाएगी Ballia Jail, इन जेलों में शिफ्ट किए जाएंगे बंदी; होने जा रहा ये बदलाव

बलिया में लगभग 500 बंदियों की क्षमता की जेल है जो पुरानी हो चुकी है और आबादी के बीच आ गई है। सुरक्षा कारणों से नई व अत्याधुनिक जेल बनाए जाने का निर्णय किया गया है। बलिया जेल में निरुद्ध सभी 494 महिला व पुरुष बंदियों को जिला कारागार मऊ व आजमगढ़ तथा केंद्रीय कारागार वाराणसी में स्थानांतरित किए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

By Alok Mishra Edited By: Aysha Sheikh Updated: Tue, 16 Jul 2024 03:48 PM (IST)
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बलिया जेल होगी खाली, मऊ, आजमगढ़ व वाराणसी की जेलों में जाएंगे बंदी - प्रतीकात्मक तस्वीर।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। बालिया की जिला जेल लगभग एक सप्ताह में खाली हो जाएगी। बलिया जेल में निरुद्ध सभी 494 महिला व पुरुष बंदियों को जिला कारागार मऊ व आजमगढ़ तथा केंद्रीय कारागार वाराणसी में स्थानांतरित किए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। बलिया में नई जेल के लिए जमीन चिह्नित कर ली गई है, जहां जल्द निर्माण कार्य शुरू कराने की तैयारी है। बलिया में एक हजार से अधिक बंदी क्षमता की नई जेल का निर्माण होगा।

बलिया जेल के बंदियों को दूसरी जेलों में भेजे जाने का शासनादेश जारी कर दिया गया है, जिसके अनुसार बलिया जेल में निरुद्ध सभी 388 विचाराधीन पुरुष तथा 21 विचाराधीन महिला बंदियों को जिला कारागार मऊ भेजा जाएगा। ऐसे 20 सिद्धदोष बंदी, जिन पर विचाराधीन केस भी हैं, उन्हें भी जिला कारागार मऊ भेजा जाएगा। सभी अल्प वयस्क 49 बंदियों को जिला जेल आजमगढ़ में निरुद्ध किया जाएगा। इसके अलावा 16 सिद्धदोष पुरुष बंदियों को केंद्रीय कारागार वाराणसी भेजा जाएगा।

बनेगी नई आधुनिक जेल

एक वरिष्ठ जेल अधिकारी के अनुसार वर्तमान में बलिया में लगभग 500 बंदियों की क्षमता की जेल है, जो पुरानी हो चुकी है और आबादी के बीच आ गई है। सुरक्षा कारणों से नई व अत्याधुनिक जेल बनाए जाने का निर्णय किया गया है। शहर के बाहर नई जिला जेल के लिए भूमि चिह्नित की जा चुकी है। बंदियों को दूसरी जेलों में भिजवाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है, जिसे एक सप्ताह में पूरा कराए जाने का लक्ष्य रखा गया है।

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