BBAU में दो तिहाई से ज्यादा स्थान बनेगा पर्यावरण संरक्षण हब, शुरू हुआ भूगर्भ जल संरक्षण अभियान
भूजल सप्ताह के तहत हो रहे आयोजन के दौरान आंबेडकर विवि के कुलपति प्रो.संजय सिंह ने कहा कि जल संरक्षण है एक संकल्प नहीं इसका कोई विकल्प स्लोगन हमारे अंदर प्रकृति के प्रति लगाव पैदा करने का काम करता है। विद्यार्थियों को पर्यावण का पाठ भी पढ़ाया जा रहा है।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। प्राकृतिक संपदा को अपने आंचल में छिपाए बाबा साहब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विवि में भूगर्भ जल संरक्षण का अभियान चल रहा है। भूजल सप्ताह के तहत हो रहे आयोजन के दौरान आंबेडकर विवि के कुलपति प्रो.संजय सिंह ने कहा कि जल संरक्षण है एक संकल्प, नहीं है इसका कोई विकल्प, स्लोगन हमारे अंदर प्रकृति के प्रति लगाव पैदा करने का काम करता है। दो तिहाई से अधिक स्थान को पर्यावरण संरक्षण का हब बनाने के साथ ही विद्यार्थियों को पर्यावण का पाठ भी पढ़ाया जा रहा है। पर्यावरण विभाग के साथ मिलकर सभी विभाग के विभागाध्यक्ष परिसर को पर्यावरण अनुकूल बनाने में लगे हैं।
पर्यावरण विभाग के प्रोफेसर डा.वेंकटेश दत्ता ने बताया कि 21 जुलाई तक विविध आयोजन होंगे। 19 जुलाई को वेबिनार होगा। उन्होंने कहा कि ज्ञान के लिए पढ़ाई जरूरी है तो पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रकृति को समझना भी जरूरी है। विकास के पैमाने में ऊंचे भवनों की आवश्यकता है तो जीवन के लिए पेड़ पौधे भी जरूरी हैं। विधि विभाग के डा.अनीस अहमद ने बताया कि विश्वविद्यालय में पर्यावरण विज्ञान ही नहीं इंजीनियरिंग, आइटी और कानून सहित अन्य विभागों के मेधावियों काे पर्यावरण से जोड़ने के लिए प्रकृति की पाठशाला भी आनलाइन चल रही है। परिसर मेंतालाब के साथ ही प्रकृति में रहने वाले वन्यजीवों को उनके अनुरूप वातावरण मिले इसका पूरा इंतजाम किया गया।
डा.नरेंद्र कुमार ने बताया कि यहां वेटलैंड जहां भूगर्भ जल काे बचाने का काम करता है तो फैली हरियाली विश्वविद्यालय ही नहीं आसपास के लोगों को भी शुद्ध आक्सीजन देने का काम करती है। प्रो.नवीन अरोरा ने बताया कि परिसर में हरियाली को बढ़ावा देने और परिसर में पृकृति को सुनियोजित तरीके से संरक्षित करने लिए कोर ग्रीन गुप नाम से कमेटी बनाई गई। ग्रुप की ओर से हालही में रिपोर्ट भी दी गई जिसमे पर्यावरण के प्रति लोगों में जागरूकता के आने की बात कही गई है। डा.राजश्री व डा.जीवन सिंह के सहयोग से 21 तक आयोजन होंगे।